उत्तरप्रदेश पॉलिटिक्स: केशव प्रसाद मौर्य का सामाजवादी पार्टी पर तीखा हमला, PDA को बताया 'परिवार डेवलपमेंट एजेंसी', अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात

केशव प्रसाद मौर्य का सामाजवादी पार्टी पर तीखा हमला, PDA को बताया परिवार डेवलपमेंट एजेंसी, अखिलेश यादव को लेकर कही ये बात

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश के सियासी गलियारों में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच जुबानी जंग जारी है। इस कड़ी में रविवार को उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी को निशाना पर लिया है। उन्होंने समाजवादी पार्टी के पीडीए को परिवार डेवलपमेंट एजेंसी बताया है। साथ ही, सपा चीफ अखिलेश यादव को इसका चैयरमैन और उनके परिवार के लोगों को डायरेक्टर बताया है।

    डिप्टी सीएम मौर्य ने सपा के 'पीडीए' पर साधा निशाना

    बता दें, डिप्टी सीएम मौर्य गोंडा जिले में शनिवार को मनकापुर रियासत के पूर्व राजा और उत्तरप्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री दिवगंत कुंवर आनंद सिंह के घर पहुंचे। उन्होंने आनंद सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। मौर्य ने आनंद सिंह के पुत्र और राज्य मंत्री एवं सांसद कीर्तिवर्धन सिंह समेत अन्य परिजनों से मिलक शोक संवेदनाएं दी। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की।

    मौर्य ने दावा करते हुए कहा कि उत्तप्रदेश में 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी लगातार तीसरी जीत बार प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि अगर सपा, बसपा (बहुजन समाज पार्टी) या कांग्रेस एकसाथ भी लड़ें तब भी उनका हाल वही होगा जो 2017 में हुआ था। मौर्य ने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि "उनका पीडीए 'परिवार डेवलपमेंट एजेंसी' है, जिसमें अखिलेश यादव 'चेयरमैन' और उनके परिवार के लोग 'डायरेक्टर' हैं।"

    बता दें, साल 2024 के लोकसभा चुनाव के दौरान अखिलेश यादव ने पीडीए यानी (पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक) की एकजुटता पर बल दिया था। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने यूपी की 80 में से 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसमें से समाजवादी पार्टी ने 37 सीटें अपने पाले में समेटी थी। उसके बाद से यादव ने ‘पीडीए’ एकजुटता को लेकर मुहिम शुरू की है। मौर्य ने आरोप लगाया कि सपा गुंडों, अपराधियों और माफियाओं की संरक्षक पार्टी है तथा उनका कोई भविष्य नहीं है।

    उपमुख्यमंत्री ने कहा कि अखिलेश यादव ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) के किसी भी नेता को बर्दाश्त नहीं कर सकते और इसी वजह से वह (अखिलेश) उनसे (मौर्य) डरते हैं। मौर्य ने खुद को गरीब किसान परिवार का बेटा बताते हुए कहा कि वह कार्यकर्ता से उपमुख्यमंत्री तक पहुंचे हैं और इसी वजह से अखिलेश यादव उनके राजनीतिक कद से भयभीत रहते हैं।

    अखिलेश यादव को बताया अहंकारी

    मौर्य ने अखिलेश यादव को घेरते हुए उन्हें अहंकारी बताया। उन्होंने कहा कि उनकी भाषा का स्तर बेहद निम्न है और जब इतिहास लिखा जाएगा, तो उनका यह रवैया सबके सामने आएगा। बता दें, समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद और विधायक तथा प्रदेश के कृषि मंत्री रहे कुंवर आनंद सिंह का 7 जुलाई को लखनऊ में निधन हो गया। उनके बेटे और बीजेपी सांसद और विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने पिता को मुखाग्नि दी थी। इस दौरान मौर्य ने आनंद सिंह के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनका जीवन समाज सेवा और किसानों के कल्याण के लिए समर्पित रहा। इसके बाद उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा की। साथ ही प्रशासन द्वारा लगाई गई विकास कार्यों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

    बहराइच में बीजेपी विधायक अनुपमा जायसवाल की सास के निधन पर उनके आवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने पहुंचे मौर्य ने पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव पर आरोप लगाया कि “वह पीडीए के नाम पर वोट तो लेना चाहते हैं लेकिन 2012 से 2017 तक, जब सत्ता में थे तब उन्हें पिछड़ों, दलितों एवं अगड़ों की याद नहीं आई, उस समय तो केवल तुष्टीकरण एवं गुंडागर्दी की राजनीति उनकी सत्ता का मुख्य आकर्षण रहा।’’

    मौर्य ने कहा कि सत्ता के वियोग में अखिलेश यादव एवं उनके गुंडे माफिया उसी तरह तड़प रहे हैं जिस तरह बिना पानी के मछली तड़पती है। उन्होंने दावा किया "हम 2027 में 2017 का प्रदर्शन दोहराएंगे, उनकी तड़पन यूं ही बरकरार रहेगी। इसके अलावा मौर्य ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा एवं दिल्ली में मिली जीत की तरह इस बार बिहार के इतिहास की सबसे बड़ी जीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की होगी।

    Created On :   13 July 2025 2:13 PM IST

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