Monsoon Session 2025: मोदी सरकार से चंद्रशेखर आजाद ने कई मुद्दों पर पूछे सवाल, सेना में 'गुर्जर, यादव रेजिमेंट बनाने की मांग'

मोदी सरकार से चंद्रशेखर आजाद ने कई मुद्दों पर पूछे सवाल, सेना में गुर्जर, यादव रेजिमेंट बनाने की मांग
  • सांसद चंद्रशेखर आजाद ने ऑपरेशन सिंदूर चर्चा में लिया भाग
  • चमार रेजिमेंट को किया जाए बहाल
  • भारत की तरफ कभी भी पाकिस्तान और चीन आंख उठाकर ने देख पाएगा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद का मानसून सत्र जारी है। इस दौरान विपक्ष लगातार ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सदन में सवाल उठा रही है। इस बीच आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के संस्थापक और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने भी ऑपरेशन सिंदूर चर्चा में भाग लिया। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग की है कि चमार रेजिमेंट को बहाल करने करने का मुद्दा उठाया है। इसके अलावा गुर्जर, यादव रेजिमेंट बनाने की सरकार से मांग की है। देश में किसान और कमेरा समुदाया है, उनमें देशभक्ति का जज्बा बहुत ज्यादा है। अगर इनको सेना में मौका मिलता है तो वह पाकिस्तान के साथ-साथ चीन भी भारत की तरफ आंख नहीं उठा पाएगा।

जवानों की टैक्स मुक्त हो सैलरी

सांसद ने चर्चा के दौरान केंद्र सरकार से मांग की है कि सैन्य और अर्धसैन्य बलों में काम करने वाले जवानों की सैलरी टैक्स फ्री की जाए। आजाद ने सरकार से सवाल किया था कि क्या मोदी सरकार यह मानती है कि टीआरएफ के जरिए हिन्दू पर्यटकों को निशाना बनाया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत में सांप्रदायिक द्वोष को बढ़ावा देने की कोशिश की थी? अगर हां में जवाब है तो सरकार इसको रोकने के लिए क्या रणनीति बनाई? सांसद ने पाकिस्तान को आईएमएफ के जरिए आर्थिक सहायता मिलने पर सवाल भी उठाया और कहा कि वैश्विक संस्थाओं के समक्ष कई सवाल उठाए है।

ऑपरेशन सिंदूर कूटनीतिक तरीके से हुआ फेल

सांसद आजाद ने सरकार पर आरोप लगाया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश की कूटनीतिक फेल होती दिखाई दी। उन्होंने सरकार से आगे सवाल किया कि मोदी सरकार ये मानती है कि पहलगाम आतंकी हमला खुफिया इंटेलिंजेस फेल की वजह से हुआ है। अगर इसका जवाब सरकार के पास हां में है तो इसके लिए क्या रणनीति बनाई गई और इसकी जिम्मेदारी कौन लेता है? उन्होंने आगे कहा कि सरकार के लोग सम्मान की बात करते है। इसके अलावा उन्होंने पूछा की पहलगाम हमले के बाद सेना के जवान अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए ड्यूटी पर जा रहे थे, लेकिन इसके लिए उन्हें बहुत खराब ट्रेन दी गई थी कि जवान जाने से मान कर गए, जिसके चार दिन बाद जवानों को नई ट्रेन दी गई।

Created On :   29 July 2025 12:29 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story