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महाराष्ट्र सियासत: सीमा झड़प: शरद पवार ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री को नतीजों की दी चेतावनी

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा से लगे कुछ इलाकों में हिंसा की छिटपुट घटनाओं की सूचना मिलने पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि सीमावर्ती गांवों में भय का माहौल पैदा किया गया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मंगलवार को बयान दिया।
सीमावर्ती क्षेत्रों में वाहनों पर हमलों का जिक्र करते हुए बोम्मई को दोषी ठहराते हुए, पवार ने दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा इस मुद्दे का तत्काल और सौहार्दपूर्ण समाधान करने का आह्वान किया। राकांपा सुप्रीमो ने बोम्मई के महाराष्ट्र से और गांवों पर दावा ठोंकने वाले बयानों की निंदा की और लगातार उस पेचीदा मुद्दे पर बात की जिसने सीमावर्ती जिलों में भावनाओं को भड़का दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, कन्नड़ रक्षण वेदिके के कुछ कार्यकर्ताओं द्वारा कथित तौर पर बेलगाम में एक टोल-पोस्ट के पास महाराष्ट्र आने वाले कुछ ट्रकों और निजी वाहनों पर पथराव किया गया, जिसने इस राज्य में विरोध प्रदर्शन किया।
जवाबी कार्रवाई में, शिवसेना (यूबीटी) के समर्थकों ने कर्नाटक से बसों पर काला और भगवा रंग लगा दिया और कार्यकर्ताओं के एक समूह ने कहा कि वे मराठी भाषी आबादी के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए जल्द ही सीमावर्ती क्षेत्रों में जाएंगे। बोम्मई को अल्टीमेटम देते हुए पवार ने कहा कि अगर 48 घंटे के भीतर अशांत स्थिति पर काबू नहीं पाया गया तो उन्हें प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
पवार ने कहा, महाराष्ट्र ने इतने लंबे समय तक संयम बनाए रखा है, लेकिन लोग चुप नहीं बैठेंगे। अगर ये हमले 48 घंटों के भीतर नहीं रुके, तो हमें एक अलग रुख अपनाना होगा। फिर परिणामों के लिए कर्नाटक के मुख्यमंत्री जिम्मेदार होंगे। वरिष्ठ राजनेता ने बोम्मई और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे दोनों से आग्रह किया कि स्थिति को बढ़ने से रोकने के लिए उचित समन्वय के साथ बैठकर इस मुद्दे को हल करें। बेलगाम में मंगलवार को हुई हिंसा की निंदा करते हुए, पवार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की योजना बना रहे महाराष्ट्र के सांसदों से यह बताने का आग्रह किया कि अगर कोई कानून अपने हाथ में लेने का प्रयास करता है, तो केंद्र को दोषी ठहराया जाएगा।
(आईएएनएस)
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भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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