जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जमकर की सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ, बोले- योगी होते तो रामनवमी पर हिंसा नहीं भड़कती

Former Jammu and Kashmir Governor Satyapal Malik praised Yogi Adityanath
जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जमकर की सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ, बोले- योगी होते तो रामनवमी पर हिंसा नहीं भड़कती
योगी की हुई तारीफ जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जमकर की सीएम योगी आदित्यनाथ की तारीफ, बोले- योगी होते तो रामनवमी पर हिंसा नहीं भड़कती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने रामनवमी के मौके पर हुई हिंसा को लेकर एक बयान दिया है। जिसे खूब सूना और देखा जा रहा है। सत्यपाल मलिक अक्सर अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार भी उन्होंने कुछ ऐसा कह दिया है कि जिसके बाद से ही वो  चर्चाओं में बने हुए हैं।

दरअसल, एबीपी न्यूज को दिए गए इंटरव्यू में जब उनसे रामनवमी हिंसा को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, अगर वहां योगी आदित्यनाथ सीएम होते तो ये हिंसा नहीं भड़कती, वह एक सफल मुख्यमंत्री और कट्टर ईमानदार हैं। मलिक के इस बयान को सुनकर सब लोग हैरान हैं क्योंकि उन्हें कम ही बीजेपी के किसी नेता की तारीफ करते हए देखा गया है।

योगी की जमकर की तारीफ

सत्यपाल मलिक पहली बार किसी बीजेपी नेता की तारीफ खुल कर की है। इससे पहले वो केंद्र सरकार की आलोचना समय-समय पर करते रहे हैं। एबीपी से खास बातचीत में मलिक ने रामनवमी हिंसा पर कहा "उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सफल मुख्यमंत्री हैं। वह ईमानदार हैं और साफ बोलने वाले सीएम हैं। उनका कोई रैकेट नहीं है। उनका निजी कोई स्वार्थ नहीं है। उनका काम मुझे बहुत अच्छा लगा। यूपी में दंगे नहीं हो रहे। यह सब प्रमाण है। रामनवमी में जो कुछ राज्यों में दंगे हुए, तो लोग याद कर रहे कि अगर सीएम योगी होते तो दंगा नहीं होता।"

शोभायात्रा के दौरान हुई थी पत्थरबाजी

आपको बता दें कि, हाल ही में रामनवमी के मौके पर देश के अलग-अलग कई राज्यों से पत्थर बाजी और आगजनी की खबरें सामने आई थी। जिसमें  झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के कई इलाकों में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। जिसे लेकर राजनीतिक दल एक दूसरे पर खूब टीका टिप्पणी की थी। वहीं देश का सबसे बड़ा सूबा होते हुए भी उत्तरप्रदेश में ऐसी किसी भी तरह की कोई भी घटना सामने नहीं आई थी, जिससे दो समुदायों के बीच किसी तरह का कोई तकरार पैदा हुआ हो। 

जबकि देश के दो राज्यों में सबसे ज्यादा हिंसा भड़की थी। जिनमें बिहार के सासाराम, बिहार शरीफ और बंगाल के हावड़ा के इलाके शामिल थे। जहां उत्पातियों ने खूब बवाल मचाया था। इन दो राज्यों में विपक्ष की भूमिका निभा रही बीजेपी ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए थे और एक समुदाय को खुश करने के लिए दूसरे धर्म के लोगों पर अधिक कार्रवाई करने का आरोप लगाया था। इस हिंसा पर राज्य की सरकार और विपक्ष में खूब नोकझोंक हुई थी।

सुरक्षा हटाने पर क्यों भड़के थे सत्यपाल?

दरअसल, हाल ही में गर्वनर पद से सत्यपाल मलिक रिटायर हुए हैं। जिसके बाद केंद्र सरकार ने उनकी जेड प्लस सुरक्षा हटा ली थी। जिस पर सत्यपाल मलिक ने मोदी सरकार पर बरसते हुए कहा था कि, आज तक जितने भी राज्यपाल अपनी सेवा से मुक्त हुए सबके पास सुरक्षा है लेकिन मेरे पास नहीं है। मेरी सिक्योरिटी पूरी तरह लगभग हटा ली गई है। उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि, मेरे पास केवल एक पीएसओ है, वो भी तीन दिन से नहीं आ रहा है। मलिक ने कहा था कि, होली के त्योहार के बाद कोई भी नहीं आ रहा है मुझे बहुत खतरा है। मैं अक्सर पब्लिक मीटिंग में जाता रहता हूं वहां कोई आकर मुझे मार भी दे तो कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन मारना तो अलग बात है मेरे साथ अगर कुछ ऐसा होता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।


 

Created On :   9 April 2023 9:44 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story