गुजरात चुनाव: भाजपा उम्मीदवारों के चयन से कार्यकर्ता, नेता नाखुश

Gujarat elections: Workers, leaders unhappy with selection of BJP candidates
गुजरात चुनाव: भाजपा उम्मीदवारों के चयन से कार्यकर्ता, नेता नाखुश
गुजरात विधानसभा चुनाव-2022 गुजरात चुनाव: भाजपा उम्मीदवारों के चयन से कार्यकर्ता, नेता नाखुश

डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में होने वाले चुनाव के लिए नेतृत्व द्वारा उम्मीदवारों के चयन से भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं का एक वर्ग नाखुश है, जिनमें से कुछ ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की है।

पार्टी ने 160 उम्मीदवारों की घोषणा की है, अभी 22 और उम्मीदवारों की घोषणा बाकी है। वडोदरा की वाघोड़िया विधानसभा सीट के मौजूदा विधायक मधु श्रीवास्तव ने बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पार्टी ने इस सीट के लिए अश्विन पटेल को उम्मीदवार बनाया है। श्रीवास्तव ने मीडिया को बताया कि उन्होंने पार्टी नेतृत्व से मंजूरी मिलने के बाद ही नामांकन दाखिल किया था। अचानक पार्टी ने अपना फैसला बदल दिया है। उन्होंने कहा, मेरे कार्यकर्ता पार्टी के फैसले से नाराज हैं और इसलिए उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

भाजपा ने राधनपुर और गांधीनगर दक्षिण निर्वाचन क्षेत्रों से अभी अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, क्योंकि ऐसा माना जा रहा है कि अगर वह राधनपुर से ओबीसी नेता अल्पेश ठाकोर को फिर से टिकट देते है, तो स्थानीय नेता और पूर्व विधायक इसका विरोध करेंगे। ठाकोर अगर गांधीनगर दक्षिण से मनोनीत होते हैं तो भी उनके नामांकन का कड़ा विरोध हो रहा है।

टिकट नहीं मिलने पर उनके करीबी और दाहिने हाथ धवलसिंह जाला समर्थकों और कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और उनके भविष्य की रणनीति तय करेंगे। वह भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ बयाद सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या नहीं, इस पर फैसला लेंगे। पार्टी नेतृत्व का मुकेश द्वारकादास पटेल को मेहसाणा निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने का फैसला भी कई लोगों को रास नहीं आया। पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष जसुभाई पटेल ने समर्थकों से परामर्श करना शुरू कर दिया है और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने पर विचार कर रहे हैं।

महुवा (जिला भावनगर) के मौजूदा विधायक आर.सी. मकवाना को टिकट नहीं मिलने से सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। बोटाद निर्वाचन क्षेत्र से घनश्याम विरानी को नामित करने के पार्टी के फैसले का सैकड़ों नेता विरोध कर रहे हैं। गणपत कजरिया और सैकड़ों समर्थक पार्टी की प्रदेश इकाई के कार्यालय गांधीनगर पहुंचे और पार्टी पर सौरभ पटेल को फिर से टिकट देने का दबाव बना रहे हैं।

बढ़ते विरोध को शांत करने के लिए बीजेपी पहले ही डैमेज कंट्रोल कमेटी और कमेटी के सदस्यों का गठन कर चुकी है। भावनगर में गोहिल राजपूत भाजपा से नाराज हैं, क्योंकि पिछले कई कार्यकाल से भाजपा भावनगर जिले से राजपूत उम्मीदवारों को नामांकित नहीं कर रही है, वासुदेवसिंह गोहिल ने राजपूत से सत्तारूढ़ दल के खिलाफ फैसला लेने की अपील की है। यहां तक कि प्रजापति समुदाय के नेता दिनेश प्रजापति ने भी समुदाय के लोगों से सत्ताधारी पार्टी के खिलाफ वोट करने की अपील की है।

(आईएएनएस)

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Created On :   11 Nov 2022 5:01 PM IST

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