पार्टी के गिरफ्तार नेताओं में पार्थ चटर्जी ने किया सबसे ज्यादा शर्मसार : तृणमूल सांसद
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस के तीन दिग्गज नेता- पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी, विधायक और पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य और पार्टी के बीरभूम जिला के अध्यक्ष अनुब्रत मंडल इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में दो, जबकि मंडल पशु तस्करी घोटाले में कथित भूमिका के कारण हिरासत में हैं।
अनुभवी तृणमूल नेता और तीन बार लोकसभा सदस्य रहे सौगत रॉय को लगता है कि तृणमूल नेतृत्व के लिए भट्टाचार्य और मंडल की तुलना में चटर्जी ने बहुत ज्यादा शर्मसार किया है। रॉय के मुताबिक, चटर्जी की करीबी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवास से भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद होने के वायरल वीडियो और तस्वीरों से पार्टी की सार्वजनिक छवि पर फर्क पड़ा है।
रॉय ने कहा, जिस तरह से पार्थ के करीबी सहयोगी के घर से नकदी और सोना बरामद किया गया, वह निश्चित रूप से पार्टी के लिए एक बड़ी शर्मिदगी है। हालांकि, माणिक भट्टाचार्य या अनुब्रत मंडल के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता। केंद्रीय एजेंसियों ने दावा किया है कि उन्होंने उनके आवास से कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं। लेकिन कोई नकदी बरामद नहीं हुई है।
राज्य मंत्रिमंडल के एक वरिष्ठ सदस्य ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि पार्टी नेतृत्व ने उस तरीके को भी मंजूरी नहीं दी, जिस तरह से चटर्जी ने जुलाई में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तारी के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को फोन करने की कोशिश की या अपने संपर्क नंबर के रूप में उनका निजी मोबाइल नंबर दे दिया।
उन्होंने कहा, निश्चित रूप से, पार्थ ने मुख्यमंत्री के साथ अपने सभी व्यक्तिगत मामलों पर चर्चा नहीं की। हम आसानी से मान सकते हैं कि उनकी गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन्हें फोन करने का प्रयास पूरी पार्टी को उस परेशानी में शामिल करना था, जिसमें वह फंस गए हैं।
हालांकि, राज्य में विपक्षी दलों के नेता रॉय के तर्क को मानने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि रॉय अच्छे चोर और बुरे चोर का उदाहरण देकर सभी को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।माकपा नेता सुजान चक्रवर्ती ने कहा, केंद्रीय एजेंसियों ने पार्थ चटर्जी के आवास से नकदी बरामद की, जबकि भट्टाचार्य और मंडल के विभिन्न बैंक खातों में करोड़ों रुपये के अवैध धन का भी पता लगाया है। दोनों भ्रष्टाचार में लिप्त थे और तीनों समान रूप से दोषी हैं।
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि अगर नकद वसूली की तस्वीरों और वीडियो की बात की जाए तो रॉय खुद नारद स्टिंग वीडियो ऑपरेशन में नकदी लेते नजर आए थे। उन्होंने सवाल किया, अब इस बारे में उनका क्या कहना है?
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Created On :   26 Oct 2022 7:30 PM IST