रामविलास के बंगले के जरिए टटोले जा रहे सियासी नब्ज
डिजिटल डेस्क, पटना। कहा जाता है कि राजनीति में कब कौन दोस्त बन जाए और कब विरोधी हो जाए कहा नहीं सकता, ऐसी ही स्थिति बिहार के हाल की राजनीति में देखा जा रहा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के दिल्ली स्थित 12 जनपथ स्थित सरकारी बंगला खाली कराने को लेकर अब सियासत प्रारंभ हो गई है, जिसके जरिए अब बिहार की सियासत की नब्ज टटोली जा रही है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पुत्र और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने जब बंगला खाली करने के तरीके पर सवाल उठाया तो उन्हें कई दलों का साथ मिला। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साधते रहने वाले चिराग की इन दिनों भाजपा से दूरियां बढ़ी हैं, तो राजद से नजदीकियां बढ़ती नजर आ रही हैं। चिराग पासवान ने बंगला खाली कराने के पीछे साजिश का आरोप लगाते हुए कहा कि बंगला खाली करने का हमें कोई दुख नहीं है, लेकिन जिस तरीके से ये घर हमसे छीना गया, उसका दुख है।
उन्होने कहा कि हम घर खाली करने के लिए तैयार थे, उसके बावजूद इस तरह से बेइज्जत करने की साजिश क्यों रची गई? एक साल पहले मेरे पिता रामविलास पासवान को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया और आज उनकी तस्वीर फेकी गई। इधर, जब चिराग ने बंगला खाली करने के तरीके पर सवाल उठाया तो राजद के नेता तेजस्वी ने भी उनरका बखूबी साथ दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही खड़े रहे, लेकिन उनके घर में ही आग लगा दी गई।
उन्होंने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान अंतिम सांस तक भाजपा के साथ खड़े रहे। लेकिन भाजपा ने हनुमान के घर में ही आग लगा दी। पहले ही पार्टी को तोड़ दिया और नेताओं को अलग कर दिया और बंगले से भी बेदखल कर दिया। उन्होंने कहा कि चिराग पासवान तो खुद को हनुमान कहा करते थे। अब हुनमान के घर में आग लगा दी।
यही नहीं राजद के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व मंत्री श्याम रजक ने सोमवार को चिराग पासवान से मुलाकात भी की है, जिससे चिराग और तेजस्वी के साथ आने के कयास लगने लगे हैं। इधर, हाल ही में एनडीए से बाहर निकाले गए विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के प्रमुख मुकेश सहनी भी चिराग पासवान का पक्ष लेते हुए भाजपा पर निशाना साधा और यहां तक कह दिया कि भाजपा यूज और थ्रो की नीति पर चलती है। इधर, जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव भी मंगलवार को चिराग पासवान से मुलाकात की है। वैसे, बिहार की सियासत में कहा यह भी जा रहा है कि चिराग के बहाने सभी की नजर दलित वोट बैंक पर है।
(आईएएनएस)
Created On :   5 April 2022 7:00 PM IST