चुनावी राज्य गुजरात के राजकोट में शराब के अड्डे पर छापा, आरोपियों के परिजनों ने किया हंगामा

Raid on liquor vend in Rajkot of election state Gujarat, relatives of accused created ruckus
चुनावी राज्य गुजरात के राजकोट में शराब के अड्डे पर छापा, आरोपियों के परिजनों ने किया हंगामा
गुजरात चुनावी राज्य गुजरात के राजकोट में शराब के अड्डे पर छापा, आरोपियों के परिजनों ने किया हंगामा

डिजिटल डेस्क, राजकोट। गुजरात पुलिस स्टेट मॉनिटरिंग सेल (एसएमसी) की टीम ने राजकोट शहर में देशी शराब के अड्डे पर छापा मारकर 10 तस्करों को गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने बुधवार को इसकी जानकारी दी।मंगलवार रात पुलिस की कार्रवाई के बाद गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजनों ने मालवीय नगर थाने में जमकर हंगामा किया और पुलिस टीम पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।

एसएमसी के सहायक उप निरीक्षक एन.जी. सपर ने कहा कि गोकुलधाम आवास योजना में शराब का अड्डा चलाने की पुख्ता सूचना पर सोसायटी के विभिन्न फ्लैटों पर छापेमारी की गई। छापे में तीन लाख रुपये की देशी शराब, कच्चा माल और बोतलें के अलावा 10,081 आईएमएफएल की बोतलें जब्त की गईं। कुल मिलाकर 38 लाख की जब्ती की गई।

गुजरात निषेध अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किए गए लोगों में शराब तस्कर हार्दिक उर्फ कवि हरेश सोलंकी, अनिल सिंह जडेजा, नितिन जरिया, अमित चौहान, धर्मेंद्र राठौड़, अरविंद सिंगड़ा, जयेश गढ़वी और कानू परमार शामिल हैं। मामले की जांच पुलिस सब इंस्पेक्टर एमएस माहेश्वरी कर रहे हैं।

पुलिस टीम के लिए यह छापेमारी आसान नहीं थी, क्योंकि आरोपी गुट की महिलाओं और युवाओं से सबसे पहले उनका सामना हुआ। छापेमारी खत्म होने के बाद जब शराब तस्करों को मालवीयनगर थाने लाया गया तो हार्दिक समेत अन्य शराब तस्करों के परिवार वालों ने पुलिस का घेराव किया और आरोपियों को छुड़ाने की कोशिश की।

आरोपी के परिजन रिश्वतखोरी के आरोप लगा रहे थे। कुछ महिलाओं ने यह भी आरोप लगाया कि हर महीने एक पुलिस टीम उनसे रिश्वत लेती है। वायरल हो रहे एक वीडियो क्लिप में एक महिला आरोप लगा रही है कि वह हर महीने पुलिस को मोटी रिश्वत देते हैं। पुलिसकर्मी प्रति व्यक्ति 2000-2000 रुपये वसूलते हैं, जबकि 20,000 रुपये विजिलेंस को दिया जाता है। वह पुलिस अधिकारियों को सबसे महंगी आईएमएफएल की बोतल देते हैं।

हार्दिक को यह दावा करते हुए भी देखा जा सकता है कि जब एक पुलिस कर्मी अपने परिवार को दीव के दौरे पर ले गया, तो यात्रा के लिए 20,000 रुपये का बिल चुकाया और फिर भी छापे और गिरफ्तारी से उसे परेशान किया जाता है।

 

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Created On :   30 Nov 2022 11:00 AM GMT

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