अडानी मामले में जेपीसी की मांग पर पलटे शरद पवार, कहा- 'विपक्ष एकता के खातिर मैं उनका विरोध नहीं करूंगा'

Sharad Pawar turns on JPCs demand on Adani case, says- I will not oppose him for the sake of opposition unity
अडानी मामले में जेपीसी की मांग पर पलटे शरद पवार, कहा- 'विपक्ष एकता के खातिर मैं उनका विरोध नहीं करूंगा'
पवार ने मारी पलटी! अडानी मामले में जेपीसी की मांग पर पलटे शरद पवार, कहा- 'विपक्ष एकता के खातिर मैं उनका विरोध नहीं करूंगा'

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अडानी मामले पर जेपीसी की मांग पर विपक्ष से खुद को अलग बताने वाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने अपने बयान से पलटी मार ली है। मंगलावर को उन्होंने मीडिया से कहा कि विपक्ष की एकता के लिए यदि यह जरूरी है तो मैं जेपीसी के गठन का विरोध नहीं करूंगा। इधर, जब से अडानी ग्रुप पर शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आई है, तब से ही ग्रुप की कई कंपनियों के शेयर में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। बता दें कि, इस रिपोर्ट में कई सवाल उठाए गए थे। जिसके बाद विपक्ष लगातार अडानी मामले में जेपीसी गठन की मांग उठा रही है। 

शरद पवार ने एक टीवी चैनल से कहा कि, विपक्षी दल में मेरे दोस्त, अडानी मामले को लेकर जेपीसी की मांग पर अड़े रहते हैं तो फिर विपक्ष एकता के खातिर मैं उनका विरोध नहीं करूंगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा, 'मैं उनके विचार से सहमत नहीं हूं, लेकिन हम विपक्ष के तौर पर एक हैं, मैं उनका साथ दूंगा। लेकिन मैं जेपीसी मांग को लेकर जिद नहीं करुंगा।' 

'जेसीपी मामले में बीजेपी की होगी जीत'- पवार

एनसीपी नेता शरद पवार ने आगे कहा कि जेपीसी का गठन संसद में राजनीतिक दलों की सदस्य संख्या के आधार पर होती है। सदन में इस वक्त भाजपा के 200 से अधिक सांसद है। ऐसे में 21 सदस्यों वाली जेपीसी में अधिकतम सदस्य बीजेपी खेमे के होंगे और विपक्ष की ओर से इसमें 5 से 6 सांसद रहेंगे। जेपीसी का गठन हुआ तो विपक्षी सांसद अहम भूमिका में नहीं रह सकेंगे। अगर इसके बाद भी विपक्ष जेपीसी की मांग पर अड़े रहते हैं तो फिर विपक्ष की एकता के खातिर मैं उनका साथ दूंगा। 

समर्थन वापस लेने के बाद पलटे पवार 

इससे पहले शुक्रवार को एनसीपी नेता शरद पवार ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में विपक्ष से अलग राय रखते हुए अडानी ग्रुप पर जेपीसी की मांग का समर्थन नहीं किया। इस दौरान उन्होंने कहा था कि अडानी समूह के मामले में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को इतनी महत्ता क्यों दी जा रही है? हमने इनके (हिंडनबर्ग) बारे में कभी नहीं सुना। आखिर उनका बैकग्राउंड क्या है? शरद पवार के मुताबिक, इस तरह के मुद्दों से देश में हंगामा होता है और इसकी कीमत देश की इकॉनमी चुकानी पड़ती है। 

ये पूछे जाने पर कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस लगातार अडानी ग्रुप पर जेपीसी की मांग कर रही है, तब शरद पवार ने कहा था कि वह किसी पार्टी विशेष की राय नहीं रखेंगे। शरद पवार ने यह भी कहा था कि अडानी ग्रुप के मामले में जेपीसी बनती है तो इसकी मॉनिटरिंग सरकार करेगी तो ऐसे में सच कैसे सामने आएगा। 

Created On :   11 April 2023 11:33 AM GMT

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