Nagpur News: फडणवीस बोले - भारतीय भाषाओं को अस्वीकार करने का है विरोध, राज ने कहा - हमारी भाषा और जमीन गई तो कोई ठिकाना नहीं होगा

फडणवीस बोले - भारतीय भाषाओं को अस्वीकार करने का है विरोध, राज ने कहा - हमारी भाषा और जमीन गई तो कोई ठिकाना नहीं होगा
  • हमें भारतीय भाषाओं को अस्वीकार करने का भी विरोध करना चाहिए
  • भाषा के आधार पर कोई मारपीट करता है, तो बर्दाश्त नहीं
  • राज ठाकरे ने कहा कि आपकी भाषा और ज़मीन चली गई, तो दुनिया में आपका कोई ठिकाना नहीं रहेगा

Nagpur News. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भाषा विवाद पर बयान देते हुए कहा है कि मराठी को महाराष्ट्र में अनिवार्य किया जाना चाहिए, लेकिन हमें भारतीय भाषाओं को अस्वीकार करने का भी विरोध करना चाहिए। इसके पहले भी सीएम ने कहा था कि राज्य में मराठी भाषा पर गर्व करना गलत नहीं है, लेकिन अगर कोई भाषा के नाम पर गुंडागर्दी करता है, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अगर किसी के साथ भाषा के आधार पर कोई मारपीट करता है, तो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।

भाषा-जमीन चली गई तो कोई ठिकाना नहीं

उधर हिंदी-मराठी भाषा विवाद को लेकर मनसे चीफ राज ठाकरे फिर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने शनिवार को रायगढ़ में एक सभा को संबोधित करते हुए पूछा कि प्रधानमंत्री के गुजरात में महाराष्ट्र के लोग खेती की ज़मीन क्यों नहीं खरीद सकते? राज ने किसान सभा में पहले रायगढ़ जिले के हालात पर टिप्पणी की। फिर बताया कि महाराष्ट्र के लोग गुजरात में खेती की जमीन नहीं खरीद सकते। राज ठाकरे ने कहा कि मैं हिंदी के मुद्दे पर बात करने आया था। मैंने पूछा, क्या गुजरात में हिंदी है? प्रधानमंत्री और गृह मंत्री दोनों गुजरात से हैं। अमित शाह ने कहा, मैं हिंदी भाषी नहीं हूं। मैं गुजराती हूं। देश के गृह मंत्री जोर देकर कहते हैं कि मैं हिंदी भाषी नहीं, मैं गुजराती हूं। राज ठाकरे ने कहा कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद कई परियोजनाएं गुजरात चली गईं। डायमंड प्रोजेक्ट चला गया। ठाकरे ने कहा कि जब मैंने पूछा, क्या गुजरात में हिंदी है? तो कहा गया नहीं। फिर आप इसे महाराष्ट्र में क्यों ला रहे हैं?

मराठियों को चेताया

राज ठाकरे ने कहा कि आपकी भाषा और ज़मीन चली गई, तो दुनिया में आपका कोई ठिकाना नहीं रहेगा। गुजरात काश्तकारी और कृषि अधिनियम के अनुसार अगर आप गुजरात के निवासी या अनिवासी भारतीय नहीं हैं, तो गुजरात में जमीन नहीं खरीद सकते। इसका मतलब है कि आप कल गुजरात में जमीन नहीं खरीद सकते। वहां फेमा नाम का कानून है, जिसके तहत आपको विशेष अनुमति लेनी होती है।


Created On :   2 Aug 2025 7:41 PM IST

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