केंद्रीय जांच एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल को रोकने के लिये सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट ले संज्ञान
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। महाराष्ट्र कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट और बॉम्बे हाईकोर्ट से अपील की है कि वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा केंद्रीय जांच एजेंसियों के बेजा इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिये स्वत: संज्ञान ले।कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि भाजपा और केंद्र सरकार के खिलाफ उठने वाली आवाजों को शांत करने के लिये केंद्रीय जांच एजेंसियों का सहारा लिया जा रहा है। ऐसे में कोर्ट को हस्तक्षेप करके देश की लोकतांत्रिक प्रणाली की रक्षा करनी चाहिये।
फोन टैपिंग मामले में आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ पटोले द्वारा दायर 500 करोड़ रुपये के मानहानि मामले की पैरवी कर रहे वकील सतीश उके पर प्रवत्र्तन निदेशालय के छापे के परिप्रेक्ष्य में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने यह टिप्पणी की है।
पटोले ने कहा कि मानहानि मामले में सतीश उके ही उनकी पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने ही याचिका दायर की थी। अब अचानक ईडी ने उनके घर पर छापा मारकर केस फाइल ,लैपटॉप, मोबाइल आदि जब्त कर लिया है। उन्हें हिरासत में भी ले लिया गया है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सतीश उके जस्टिस बी एच लोया की संदिग्ध मौत के मामले की भी पैरवी कर रहे हैं और ईडी की यह कार्रवाई भाजपा के खिलाफ बोलने वालों को चुप कराने के लिये है। केंद्र सरकार निर्वाचित सरकार को गिराने के लिये ये कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खत्म हो चुका है और अब उसकी जगह तानाशाही है। पूरे देश में अघोषित आपातकाल है। सभी व्यवस्थायें धराशायी हैं और हम लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं।पटोले ने कहा कि अगर ईडी उनका भी निशाना बनाती है तो वह उसके लिये तैयार हैं।
(आईएएनएस)
Created On :   31 March 2022 5:30 PM IST