संसदीय सत्र: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर हो सकती है संसद में चर्चा? मानसून सत्र शुरू होने से पहले ही विपक्ष ने रखी अपनी मांग

- सरकार ने संसद में मानसून सत्र को लेकर किया बड़ा ऐलान
- रिजिजू ने कहा है कि किसी भी मुद्दे पर हो सकती है चर्चा
- राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर संसद में उठ सकते हैं मुद्दे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद में आने वाले मानसून सत्र को लेकर सरकार की सारी रणनीतियां साफ नजर आ रही हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कुछ जरूरी जानकारियां दी हैं। रिजिजू का मानना है कि, संसद के नियमों के मुताबिक, किसी भी मुद्दे पर चर्चा हो सकती है। ये बयान उनका ऐसे समय में सामने आया है जब विपक्ष की तरफ से लगातार ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर सरकार से सवाल हो रहे हैं।
कब से शुरू हो रहा है मानसून सत्र?
संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से 12 अगस्त तक चलेगा। किरेन रिजिजू ने बताया है कि, संसद सत्र की तारीखें कैबिनेट कमेटी ऑन पार्लियामेंट्री अफेयर्स की बैठक में तय की जाएगी। राजनाथ सिंह ने कहा है कि, 'सरकार की तरफ से 21 जुलाई से लेकर 12 अगस्त तक मानसून सत्र चलाने का फैसला लिया गया है। कुछ लोग स्पेशल सेशन बात करने की बात करते हैं लेकिन हर सेशन स्पेशल सेशन है।'
राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर हो सकती है चर्चा?
ये सत्र ऑपरेशन सिंदूर के बाद का पहला संसदीय सत्र है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षाओं को लेकर भारी चर्चा हो सकती है। साथ ही आतंकवाद से जुड़े अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इस सत्र में इस बार सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस होने की संभावना जताई जा रही है।
महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी?
केंद्र सरकार संसद के आने वाले मानसून सत्र में जस्टिस यशवंत वर्मा के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की तैयारी में नजर आ रहे हैं। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और शिवसेना जैसे दलों से इस मुद्दे पर चर्चा हुई है। उन्होंने साफ कहा है कि, ये कोई राजनीतिक मामला नहीं है बल्कि न्यायपालिका में कथित भ्रष्टाचार से जुड़ा हुआ विषय है। सरकार की तरफ से भी मांग है कि सभी दल इस पर एकमत होकर आगे बढ़ें।
Created On :   4 Jun 2025 4:19 PM IST