लोकसभा चुनाव 2024: सीट न मिलने से पशुपति पारस हुए नाराज, दे सकते हैं मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, इंडिया गठबंधन से मिला सकते हैं हाथ

सीट न मिलने से पशुपति पारस हुए नाराज, दे सकते हैं मोदी कैबिनेट से इस्तीफा, इंडिया गठबंधन से मिला सकते हैं हाथ
  • बिहार में एनडीए का सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय
  • पशुपति पारस की पार्टी को नहीं मिली एक भी सीट
  • केंद्रीय मंत्रीमंडल से दे सकते हैं इस्तीफा

डिजिटल डेस्क, पटना। सोमवार को भाजपा नीत एनडीए गठबंधन का बिहार में सीट शेयरिंग का फॉर्मूला तय हो चुका है। राज्य की 40 लोकसभा सीटों में से 17 पर बीजेपी, 16 पर नीतीश कुमार की जेडीयू, 5 पर चिराग पासवान की पार्टी लोजपा और 1-1 सीट पर हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी चुनाव लड़ेगी। वहीं पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली है। सूत्रों के मुताबिक सीट न मिलने से नाराज पशुपति पारस केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दे सकते हैं। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही इंडिया गठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं। बता दें कि पशुपति पारस केंद्र की मोदी सरकार में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हैं।

मंगलवार को बुलाई प्रेस कॉन्फ्रेंस

बिहार में एनडीए के उम्मीदवारों की घोषणा के बाद पशुपति पारस ने मंगलवार को सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है। कहा जा रहा है कि इसमें वे अपनी आगे की रणनीति का ऐलान करेंगे। बता दें कि एनडीए में इस बार सीट न मिलने की भनक पशुपति पारस को पहले ही लग गई थी। इसलिए ही वो बगावती तेवर दिखाने लगे थे। हाल ही में उन्होंने एनडीए पर आरोप लगाते हुए कहा था कि उन्हें गठबंधन में वो सम्मान नहीं मिला जिसके वो हकदार थे। उन्होंने कहा था, 'मैं पीएम मोदी का बहुत सम्मान करता हूं। हम 2014 से बहुत ईमानदारी से एनडीए का साथ देते आ रहे हैं। लेकिन हमारे साथ अन्याय हुआ है। हमें लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं दी गई। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने बीजेपी आलाकमान से उम्मीदवारों की सूची पर दोबारा विचार करने की मांग की थी। इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा था कि हमारे सामने विकल्प खुला था। जिस पर मैं उम्मीदवारों की सूची आने के बाद निर्णय लूंगा।

दरअसल, पशुपति पारस की इच्छा हाजीपुर लोकसभा सीट से लड़ने की थी। लेकिन बीजेपी इस सीट से चिराग पासवान को उम्मीदवार के रूप में उतारना चाहती है और सीटों के बंटवारे का ऐलान होने के बाद चिराग पासवान ने भी इसी सीट से चुनाव लड़ने की बात की है। सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने पशुपति पारस को लोकसभा चुनाव न लड़ने की जगह राज्यपाल बनने का ऑफर दिया था। लेकिन वो इसके लिए तैयार नहीं हुए। दरअसल, हाजीपुर सीट पासवान खानदान का गढ़ मानी जाती है। यहां से रामविलास भी सांसद रहे हैं और वर्तमान में पशुपति पारस यहां से सांसद हैं।

Created On :   18 March 2024 8:24 PM GMT

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