मानसून सत्र: पुरानी पेंशन बहाली पर कर्मचारियों की बात सुने सरकार- सासंद चंद्रशेखर आजाद

- कर्मचारी लंबे समय से देश की सेवा करते है
- बुढ़ापे का सहारा बनती है ओपीएस
- कर्मचारी के जीवन में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है ओपीएस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आज़ाद ने पुरानी पेंशन योजना पर कहा पुरानी पेंशन उन कर्मचारियों का विषय है जिन्होंने लंबे समय से इस देश की सेवा की। आज उन्हें अपने बुढ़ापे के सहारे का लाभ नहीं मिल रहा है, वह सहारा उनकी पुरानी पेंशन है। मेरा मानना है कि सरकार को उनकी बात सुननी चाहिए। इतने आंदोलन और संघर्ष के बाद उनकी मांग को सुना नहीं जा रहा है. मैं सरकार से मांग करता हूं कि सरकार उनकी बात सुने
आपको बता दें मौजूदा वक्त में पुरानी पेंशन योजना की चर्चा स्वयं व्यक्ति से लेकर घर, परिवार ,समाज से लेकर सड़क और सदन में हर जगह खूब हो रही है। पेंशन की व्यवस्था सरकारी कर्मचारियों के लिए एक बहुत अहम मुद्दा है। ओपीएस कर्मचारियों के लिए मायने रखती हैं। ये उनके बुढापे का सहारा बनती है। ओपीएस से व्यक्ति , उसके घर और उसके भविष्य पर असर पड़ता है।
पुरानी पेंशन योजना में रिटायर होने के बाद कर्मचारियों को उनकी आखिरी सैलरी का एक निश्चित हिस्सा हर महीने पेंशन के रूप में मिलता था। इसे नॉन-कॉन्स्ट्रिब्यूटरी कहा जाता था। इसमें कर्मचारी को कोई योगदान नहीं देना पड़ता। यह पूरी तरह से सरकार द्वारा फंड की जाती थी। बहुत से सरकारी कर्मचारी और यूनियनों ने पुरानी पेंशन वापसी की मांग कर रहे है। नई पेंशन स्कीम में पेंशन की राशि कम हो जाती है, साथ ही भविष्य असुरक्षित रहता है। OPS कर्मचारियों को एक स्थिर और निश्चित पेंशन मुहैया कराती है। स्थिर और सुरक्षित पेंशन व्यवस्था के साथ यह कर्मचारी के जीवन में आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
Created On :   7 Aug 2025 3:24 PM IST