उच्च सदन: राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार लोगों को मनोनीत किया

- उज्जवल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला, मीनाक्षी जैन और सदानंदन मास्टर राज्यसभा में मनोनीत सदस्य
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राज्यसभा के लिए चार लोगों को मनोनीत किया है। इनमें उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला, मीनाक्षी जैन और सदानंदन मास्टर का नाम शामिल है। खबर में अपडेट जारी है। मनोनीत सदस्यों में उज्ज्वल देवराव निकम एक सरकारी वकील , केरल के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता और शिक्षाविद् सी. सदानंदन मास्टर, भारत के पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और प्रख्यात इतिहासकार एवं शिक्षाविद् मीनाक्षी जैन का नाम शामिल है। ये नामांकन पूर्व में नामित सदस्यों के रिटायरमेंट की वजह से रिक्त पड़े थे। अब खाली पड़ी सीटों पर राष्ट्रपति ने सदस्यों को मनोनीत किया हैं।
राजनीतिक हिंसा के शिकार सदानंदन मास्टर
सदानंदन मास्टर केरल के भाजपा सदस्य हैं। वे पूर्व में शिक्षक रहे हैं। भाजपा ने उन्हें 2021 के विधानसभा चुनाव में कैंडिडेट बनाया था। आपको बता दें 25 जनवरी, 1994 में राजनीतिक हिंसा के शिकार हुए सदानंदन के उनके पैतृक गांव पेरिंचरी के पास माकपा कार्यकर्ताओं ने उनके दोनों पैर काट दिए थे।
गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व सह प्राध्यापक मीनाक्षी जैन
डॉ. मीनाक्षी जैन प्रख्यात इतिहासकार एवं शिक्षाविद् हैं। वे दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में इतिहास की पूर्व एसोसिएट प्रोफेसर रही हैं।
पूर्व विदेश सचिव रहे हर्षवर्धन श्रृंगला
हर्षवर्धन श्रृंगला अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में राजदूत रहे हैं। पूर्व विदेश सचिव रहे हैं। उन्होंने पूर्व में संयुक्त राज्य अमेरिका, बांग्लादेश और थाईलैंड में राजदूत का पद भी संभाला है। उन्होंने 2023 में भारत की जी20 अध्यक्षता के लिए मुख्य समन्वयक के रूप में भी काम किया।
कानूनी क्षेत्र में जाना-माना नाम उज्जवल निकम
उज्जवल देवराव निकम कानूनी क्षेत्र में एक जाना-माना नाम हैं। निकम ने मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में सरकार का पक्ष रखा था। मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में निकम ने सरकारी वकील के रूप में जिम्मेदारी का निर्वहन किया था। इसके अलावा निकम को बीजेपी ने 2024 के आम चुनावों में मुंबई उत्तर मध्य संसदीय सीट से उम्मीदवार बनाया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि राष्ट्रपति मुर्मू ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(क) के खंड (3) द्वारा उन्हें दी गई शक्तियों के अंतर्गत इन लोगों को उच्च सदन के लिए चुना है। भारतीय राष्ट्रपति राज्यसभा के लिए 12 नागरिकों को मनोनीत कर सकते हैं। ये लोग कला, साहित्य और लोक सेवा के क्षेत्र में अपनी प्रतिष्ठा से प्रसिद्ध होते है।
Created On :   13 July 2025 9:13 AM IST