चुनाव पर बयानबाजी: राहुल गांधी के ईसी पर दिए बयान पर मचा सियासी घमासान, चुनाव आयोग से लेकर बीजेपी नेताओं को देनी पड़ रही है प्रतिक्रिया

- चुनाव आयोग का लोकसभा नेता राहुल गांधी को जवाब
- चुनाव आयोग गैर-ज़िम्मेदाराना बयानों को नज़रअंदाज़ करता है
- सभी कर्मचारी निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करें- ईसी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के चुनाव आयोग को लेकर दिए बयान पर सियासी घमासान मचा हुआ। यहां तक कि राहुल गांधी के बयान को लेकर निर्वाचन आयोग को सफाई देने पड़ रही है।
चुनाव आयोग का लोकसभा नेता राहुल गांधी को आगे का जवाब -
"1. चुनाव आयोग उन्हें 12 जून 2025 को एक मेल भेजता है। वह नहीं आते।
2. चुनाव आयोग उन्हें 12 जून 2025 को एक पत्र भेजता है, लेकिन वह जवाब नहीं देते।
3. उन्होंने कभी भी किसी भी मुद्दे पर चुनाव आयोग को कोई पत्र नहीं भेजा।
4. यह बहुत अजीब है कि वह बेतुके आरोप लगा रहे हैं और अब चुनाव आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है। निंदनीय!
5. चुनाव आयोग ऐसे सभी गैर-ज़िम्मेदाराना बयानों को नज़रअंदाज़ करता है और अपने सभी कर्मचारियों से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करते रहने का अनुरोध करता है।
भारतीय जनता पार्टी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर कहा, "राहुल गांधी की सारी नाराजगी इसलिए है कि उन्हें वोट नहीं मिलता। तो हम क्या करें? वे देश हार गए तीसरी बार, महाराष्ट्र हार गए, हरियाणा हार गए, दिल्ली हार गए, अब वे बिहार भी हारेंगे, बंगाल भी हारेंगे तो इसमें हम क्या करें? जब वे जीते तो क्या चुनाव आयोग ठीक था? राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी को पहले अपने अंदर झांक कर देखना चाहिए कि जनता उन्हें वोट क्यों नहीं देती है, जहां तक सवाल है SIR का तो 99.9% लोगों ने बिहार में फॉर्म भरे हैं। कानून तो यही कहता है कि जो असल वोटर है और जो उस क्षेत्र में रहता है वही वोट देगा। तो अगर यह कार्रवाई हो रही है तो उन्हें परेशानी क्यों हो रही है? क्या इसी तरह के जाली मतदाताओं के आधार पर यह लोग जीतना चाहते हैं?... कभी तो राहुल गांधी को सीधी बात करनी चाहिए
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के चुनाव आयोग पर दिए गए बयान पर केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी संवैधानिक संस्थाओं को धमका रहे हैं...यह लोकतंत्र को कमजोर करने की एक बड़ी साजिश है। यहां तक कि विपक्षी दल के नेता भी आंतरिक रूप से राहुल गांधी का विरोध करने लगे हैं। कुछ लोग कहने लगे हैं कि राहुल खतरनाक खेल खेल रहे हैं और देश की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
Created On :   1 Aug 2025 5:46 PM IST