यात्रा बनाम यात्रा: 'भारत जोड़ो यात्रा' से बहुत अलग है राहुल गांधी की 'न्याय यात्रा', इस प्रदेश के हालात देखकर आया यात्रा का ख्याल!

भारत जोड़ो यात्रा से बहुत अलग है राहुल गांधी की न्याय यात्रा, इस प्रदेश के हालात देखकर आया यात्रा का ख्याल!
  • 14 जनवरी से राहुल गांधी की न्याय यात्रा
  • इस यात्रा में राहुल 14 राज्यों का करेंगे दौरा

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 'भारत जोड़ो यात्रा' के बाद 'भारत न्याय यात्रा' की शुरुआत कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता राहुल गांधी जल्द ही करने वाले हैं। इस यात्रा को कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा से अलग बताया है। कांग्रेस का कहना है कि इस यात्रा से लोगों को न्याय दिलाना पार्टी का उद्देश्य है। कांग्रेस की न्याय यात्रा अगले साल यानी साल 2024 के 14 जनवरी से स्टार्ट होने वाली है जो 20 मार्च तक चलेगी। इस यात्रा के दौरान कांग्रेस 14 राज्यों के 85 जिलों का भ्रमण करने वाली है। कांग्रेस की ये कुल यात्रा 6200 किलोमीटर की रहने वाली है इसकी शुरुआत पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर से होने वाली है। हालांकि, कांग्रेस की इस न्याय यात्रा का कम्पेरिजन भारत जोड़ो यात्रा से किया जा रहा है।

भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत पिछले साल 7 सितंबर दक्षिण के कन्याकुमारी से हुई थी जो 130 दिन तक चली थी। इस यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने 12 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेश कवर किए थे। इस यात्रा से राहुल गांधी की लोकप्रियता का ग्राफ चढ़ा ही, साथ ही कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्यों में जीत का स्वाद भी चखा। जिसका पूरा श्रेय कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा को दिया।

'भारत जोड़ो यात्रा' से कितनी अलग 'भारत न्याय यात्रा?'

भारत न्याय यात्रा को लेकर जब कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता एवं पार्टी के महासचिव जयराम रमेश से पत्रकारों ने पूछा कि ये यात्रा भारत जोड़ो से कितनी अलग है? जिस पर कांग्रेस नेता ने कहा था कि, भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य देश में बेरोजगारी, महंगाई, युवाओं की शिक्षा, गरीबी जैसे जनता से जुड़े तमाम मुद्दों को हाइलाइट करना था ताकि लोग जागरुक हो सके और सरकार को उसके कर्तव्यों को याद दिलाएं। रमेश ने न्याय यात्रा को लेकर बताया कि, न्याय यात्रा के तार सीधे मणिपुर से जुड़ते हैं क्योंकि, इस प्रदेश में मई से लेकर अभी तक हिंसा की खबरें आती रहती हैं। प्रदेश की एन बीरेन सिंह और केंद्र की मोदी सरकार दोनों ही शांति स्थापित करने में विफल रही हैं। पूर्वोत्तर राज्य में भड़की हिंसा को लेकर कांग्रेस इस बार देश के 14 राज्यों में न्याय यात्रा निकालने जा रही है। इस यात्रा की शुरुआत मणिपुर से ही होगी। जिसका मकसद एक ही है कि मणिपुर के साथ देश भर में हर समुदाय के लोगों के साथ न्याय हो।

माहौल बनाने में लगी कांग्रेस?

कांग्रेस की न्याय यात्रा का मेन मकसद को लेकर सियासी जानकारों का कहना है कि, कांग्रेस भले ये कहे की इसका उद्देश्य देश की जनता को न्याय दिलाना। लेकिन पार्टी को भलीभांति जानकारी है कि लोकसभा चुनाव में महज चार ही महीने बचे हैं अगर आम चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करना है तो मौजूदा सरकार के खिलाफ माहौल बनाना होगा ताकि देश की जनता का मूड बदल सके। विश्लेषकों की मानें तो, कांग्रेस ये बात सिरे से नकार दें कि वो आम चुनाव को देखते हुए यात्रा नहीं निकाल रही है वो महज सभी धर्मों को एकसाथ करने की बात कर रही है तो ये सरासर झूठ होगा। कांग्रेस बीजेपी को पटखनी देने के लिए अपने प्रति देश के युवा वोटर्स में स्थापित करना चाहती है। हालांकि ये समय ही बताएगा कि कांग्रेस की इस पदयात्रा से जनरल इलेक्शन में कितना फायदा मिलेगा?

Created On :   29 Dec 2023 9:52 AM GMT

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