'इंडी अलायंस' में दो फाड़: सर्वदलीय डेलिगेशन पर शरद पवार-संजय राउत में मतभेद, NCP चीफ ने शिवसेना सांसद को दी ये नसीहत

सर्वदलीय डेलिगेशन पर शरद पवार-संजय राउत में मतभेद, NCP चीफ ने शिवसेना सांसद को दी ये नसीहत
  • सर्वदलीय डेलिगेशन पर सियासत तेज
  • शरद पवार-संजय राउत में मतभेद
  • NCP चीफ ने शिवसेना सांसद को दी नसीहत

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में केंद्र सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान के नापाक मंसूबों का पर्दाफाश करने के लिए 32 देशों में अलग-अलग सर्वदलीय डेलिगेशन भेजने की लिस्ट जारी की है। इस लिस्ट में सत्ता पक्ष से लेकर विपक्षी राजनीतिक दलों के सांसद, पूर्व मंत्री और राजदूत को शामिल किया गया है। इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुखिया शरद पवार ने केंद्र सरकार के फैसले को सराहया है। उन्होंने सर्वदलीय डेलीगशन पर सवाल उठाने वाले संजय राउत पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल, कुछ दिनों पहले संजय राउत ने डेलिगेशन की तुलना बारात से की थी।

शरद पवार ने संजय राउत को दी सलाह

शरद पवार ने संजय राउत पर हमला बोलते हुए कहा कि स्थानीय राजनीति को अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से नहीं जोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में पार्टी के आधार पर फैसले नहीं लेना चाहिए। जब पीवी नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे, तब अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल संयुक्त राष्ट्र गया था और तब मैं भी उस डेलिगेशन का सदस्य था।

एनसीपी चीफ ने आगे कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय मुद्दे सबसे आगे हो, तो किसी को पार्टी लाइन पर स्टैंड नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र ने कुछ आठ या 9 डेलिगेशन बनाए हैं और कुछ देशों को चयनित किया गया है। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान जो कर रहा है, उस पर भारत का रुख क्या है, यह बताने के लिए डेलिगेशन को विदेश दौरे पर भेजा जा रहा है।

उन्होंने कहा कि संजय राउत जो भी कहना चाहते हैं, उन्हें कहने का अधिकार है। लेकिन शायद उनकी पार्टी की एक सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी भी इस डेलिगेशन में शामिल हैं. शरद पवार ने कहा कि स्थानीय राजनीति को अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से नहीं जोड़ना चाहिए।

डेलिगेशन पर संजय राउत ने उठाए थे सवाल

बता दें, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने रविवार को डेलिगेशन भेजने के फैसले पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि इस 'बारात' को भेजने की क्या जरूरत थी। उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे का बेटा विदेश में भारत का क्या प्रतिनिधित्व करेगा। राउत ने केंद्र सरकार पर राजनीति करने का आरोप लगाया था। उन्होंने INDIA ब्लॉक के नेताओं से इस डेलिगेशन का बहिष्कार करने का अनुरोध किया था। हालांकि शिवसेना (UBT), कांग्रेस, एनसीपी (SP) और टीएमसी जैसे तमाम विपक्षी दलों के सांसद इस डेलिगेशन में शामिल हैं।

दरअसल एकनाथ शिंदे के बेटे और तीन बार के सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में सात में एक डेलिगेशन यूएई, लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन की यात्रा करेगा। उनके साथ बांसुरी स्वराज (भाजपा), ई.टी मोहम्मद बशीर (IUML), अतुल गर्ग (भाजपा), सस्मित पात्रा (बीजेडी), मनन कुमार मिश्रा (भाजपा), पूर्व मंत्री एसएस अहलूवालिया और पूर्व राजनयिक सुजान चिनॉय भी इस दौरे पर होंगे।

इसके अलावा सुप्रिया सुले, बैजयंत पांडा, रविशंकर प्रसाद और शशि थरूर की अगुवाई वाले चार अलग-अलग डेलिगेश 23 से 25 मई के बीच विदेश दौरा करेंगे। वहीं, श्रीकांत शिंदे, कनिमोझी और संजय झा की अगुवाई वाले तीन अलग-अलग डेलिगेशन 21 से 23 मई के बीच विदेश दौरा करेंगे।

Created On :   19 May 2025 6:16 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story