कर्नाटक में बजरंग दल पर फिर बवाल, बीजेपी की कांग्रेस को खुली चेतावनी 'जल कर राख हो जाओगे'!

कर्नाटक में बजरंग दल पर फिर बवाल, बीजेपी की कांग्रेस को खुली चेतावनी जल कर राख हो जाओगे!
  • बजरंग दल पर बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने
  • बैन करने की उठी मांग
  • बीजेपी को कांग्रेस को करारा जवाब

डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। दक्षिण राज्य कर्नाटक में एक बार फिर बजरंग दल पर नूरा कुश्ती होती हुई दिखाई दे रही है। प्रदेश के मंत्री और कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे, प्रियांग खड़गे द्वारा आरएसएस और बजरंग दल को बैन किए जाने वाले बयान पर सियासी घमासान मचता हुआ दिखाई दे रहा है। कर्नाटक भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने जूनियर खड़गे को आड़े हाथों लिया है। खड़गे का जवाब देते हुए नलिन ने कहा कि, दम है तो आरएसएस और बजरंग दल को बैन करके दिखाओ, अगर कांग्रेस दोनों संगठनों को बैन करने की कोशिश करेगी तो जल कर राख हो जाएगी।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे जब से कांग्रेस के पक्ष में आए हैं तब से पार्टी काफी उत्साहित दिखाई दे रही है और भाजपा सरकार द्वारा किए गए कामों और बनाए गए कानूनों पर विचार विमर्श करने में लगी हुई है। लेकिन प्रदेश में सबसे ज्यादा मुद्दा बजरंग दल पर गरमाया है। प्रियांक खड़गे को जवाब देते हुए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नलिन कुमार कतील ने कहा, सुन रहा हूं कि प्रियांग खड़गे आरएसएस और बजरंग दल को बैन करने की बात कह रहे हैं। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि पीएम मोदी खुद आरएसएस के स्वयंसेवक हैं उनके अलावा हम सब भी उसी संगठन के सदस्य हैं। नलीन ने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी का जिक्र करते हुए कहा, पूर्व पीएम जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और नरसिम्हा राव सरकार ने भी इसे बैन करनी की पूरी कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं पाए थे।

कांग्रेस जल कर राख हो जाएगी-भाजपा

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नलिन कुमार ने कांग्रेस और जूनियर खड़गे को आड़े हाथों लेते हुए आगे कहा, अगर कांग्रेस ने प्रदेश में बजरंग दल और आरएसएस को बैन करने कोशिश भी की तो जलकर राख हो जाएगी। खड़गे के लिए बेहतर होगा कि वो अपनी जुबान पर लगाम लगा दें और देश के इतिहास के बारे में अभी से पढ़ना शुरू कर दें ताकि उनका कुछ ज्ञानवर्द्धन हो सके।

प्रियांक खड़गे ने क्या कहा था?

आपको बता दें कि, कर्नाटक के चित्तपुर से विधायक प्रियांक खड़गे ने आरएसएस को बैन करने को लेकर कहा था कि, अगर कोई प्रदेश में शांति भंग करने की कोशिश करता है तो उसे हमारी सरकार जरूर बैन करेगी। चाहे वो आरएसएस हो या बजरंग दल किसी को भी संगठन को सांप्रदायिक हिंसा फैलाते हुए पाया गया तो उस पर सरकार कठोर कार्रवाई करेगी। साथ ही हमारी सरकार उस संगठन पर प्रतिबंध लगाने से तनिक भी नहीं चूकेगी। इसके अलावा प्रियांग खड़गे ने कहा था कि, हिजाब का मुद्दा पिछले साल काफी छाया रहा जिससे देश भर में प्रदेश की छवि धूमिल हुई थी। हम उस मामले पर भी विचार करेंगे और कानून में बदलाव या वापस लेने की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।

मेनिफेस्टो में बैन करने का वादा

दरअसल, इस महीने की 10 तारीख को कर्नाटक विधानसभा के चुनाव हुए थे। जिनका रिजल्ट 13 मई को घोषित किए गए थे। जिसमें कांग्रेस पार्टी ने प्रचंड जीत हासिल की थी। चुनाव होने से पहले 2 मई को कांग्रेस पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएंगे। इस घोषणा के बाद कांग्रेस पार्टी का घेराव बीजेपी ने हर मंचों से करना शुरू कर दिया था। और उसे हिंदू विरोधी बताया था।

पीएम मोदी ने क्या कहा था?

वहीं इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस पार्टी पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से करते हुए कहा था कि, कांग्रेस की हिंदू विरोधी सोच उजागर हो गई है। पहले उसने राम लाला को ताले में बंद रखा, अब बजरंग बली को बैन करने की बात कर रहे हैं। पीएम मोदी के इस बयान पर प्रदेश की सियासत खूब गरमाई थी और कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा था कि बजरंग दल की तुलना बजरंग बली से करना बड़ा ही दुखद है।

Created On :   27 May 2023 8:27 AM GMT

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