हमारा डोपिंग सिस्टम मजबूत, NADA से टेस्ट कराने की जरुरत नहीं: BCCI
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(BCCI) ने नाडा से क्रिकेटरों की डोप टेस्ट की मांग को खारिज कर दिया है। BCCI ने कहा कि क्रिकेट नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन के अंतर्गत नहीं आता इसलिए क्रिकेटरों का डोप टेस्ट करना सरकारी संस्था नाडा के अधिकार क्षेत्र में नहीं है। BCCI के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने 8 नवंबर को नाडा प्रमुख को पत्र लिखा। जौहरी ने नाडा प्रमुख नवीन अग्रवाल को लिखे इस पत्र में कहा कि "यह उल्लेख करना प्रासंगिक है कि BCCI नेशनल स्पोर्ट्स फेडरेशन (NSF) का हिस्सा नहीं है। इसलिए नाडा के पास BCCI की किसी भी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मैच में प्लेयर्स के डोप टेस्ट करने का अधिकार नहीं है।
जौहरी ने BCCI के डोपिंग सिस्टम की तारीफ करते हुए आगे लिखा कि बोर्ड का डोपिंग सिस्टम काफी मजबूत है और इसकी कोई जरूरत नहीं है कि BCCI मैच में क्रिकेटरों के डोपिंग टेस्ट के लिए नाडा का सहयोग ले। गौरतलब है कि अक्टूबर में खेल सचिव ने कहा था कि BCCI को नाडा के साथ सहयोग करना चाहिए और ऐसा न करने पर वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के नियमों का पालन न करने का आरोप लगेगा। इस पर जौहरी ने खेल सचिव को भी पत्र लिखकर जवाब दिया है।
जौहरी ने जवाब में लिखा कि BCCI का एंटी डोपिंग सिस्टम काफी मजबूत है जिसमें मैच के दौरान और बाद में खेल मंत्रालय के नियमों के तहत वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी से मान्यता प्राप्त लैब में डोप जांच की जाती है। BCCI वाडा के नियमों के तहत ही काम करता है। आप इस बात की तारीफ करेंगे कि नमूनों के परीक्षण और जांच के लिए BCCI वाडा के नियमों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय स्तर की लैब में जांच कराती है। जौहरी ने यह जवाब SC द्वारा तैनात प्रशासकों की समिति की सलाह से दिया है।
Created On :   10 Nov 2017 2:31 PM GMT