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चैपल ने कहा, मेजबान ऑस्ट्रेलिया के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होंगे कुलदीप

हाईलाइट
- मेजबान आस्ट्रेलिया के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होंगे कुलदीप : चैपल
डिजिटल डेस्क, सिडनी। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल का मानना है कि भारत के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव इस साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया में होने वाली टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित होंगे। भारतीय टीम को इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जहां वह चार मैचों की टेस्ट सीरीज खेलेगी। चैपल ने ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए लिखे अपने कॉलम में लिखा, कुलदीप यादव का कलाई का स्पिन ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर विकेट लेने में कारगर साबित हो सकता है। चयनकर्ताओं के लिए इस पर फैसला लेना बहादुरी का काम होगा।
कुलदीप उस टीम का हिस्सा थे, जिसने पिछली बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था और पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती थी। लेफ्ट आर्म स्पिनर कुलदीप उस दौरे के चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में भारत की अंतिम एकादश का हिस्सा थे जो कि ड्रॉ रहा था। कुलदीप ने पहली पारी में 99 रन देकर पांच विकेट लिए थे। चैपल का मानना है कि भारतीय चयनकर्ताओं को स्पिन विभाग में रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव में से किसी एक का चयन करना काफी मुश्किल भरा फैसला होगा।
उन्होंने कहा, भारतीय चयनकर्ताओं को स्पिनर का चयन करने लिए काफी माथापच्ची करनी होगी। अश्विन का रिकॉर्ड शानदार है लेकिन ऑस्ट्रेलिया में नहीं। जडेजा ऑलराउंडर है और गेंदबाजी में सुधार से उनका दावा मजबूत बन गया है जबकि कुलदीप यादव ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर कारगर साबित हो सकते हैं। यह मुश्किल फैसला होगा।
भारत अपनी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को बचाने की शुरुआत ब्रिस्बेन से करेगा, जहां पहला टेस्ट मैच तीन से सात दिसंबर के बीच खेला जाएगा। दूसरा मैच एडिलेड में 11 से 15 दिसंबर के बीच खेला जाएगा। मेलबर्न 26 से 30 दिसंबर के बीच तीसरे टेस्ट की मेजबानी करेगा। चौथा और आखिरी टेस्ट सिडनी में होगा। भारतीय टीम विदेशी जमीन पर अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर तीन से सात जनवरी 2021 के बीच खेलेगी।
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कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।