दबाव झेलकर बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करुं गा : सहल

Trying to continue the best performance under pressure: Sahal
दबाव झेलकर बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करुं गा : सहल
दबाव झेलकर बेहतरीन प्रदर्शन जारी रखने की कोशिश करुं गा : सहल

चेन्नई, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारतीय फुटबाल टीम के युवा खिलाड़ी सहल अब्दुल समद अबतक का सफर किसी सपने के सच होने जैसा है। केरला ब्लास्टर्स एफसी के लिए रिजर्व के तौर पर शुरुआत करने वाले संयुक्त अरब अमीरात में जन्में मिडफील्डर समद ने अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर न सिर्फ अपने लिए एक नया मुकाम हासिल किया है बल्कि भारतीय टीम में भी जगह बनाने में भी सफल रहे हैं।

इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के 2017-18 सीजन में फर्स्ट टीम में शामिल होने वाले समद को कोच इंग्लिश कोच डेविड जेम्स ने 2018-19 सीजन में पहली बार मौका दिया था और तब से लेकर आज तक इस खिलाड़ी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा है।

पिछला सीजन ब्लास्टर्स के लिए बेहद निराशाजनक रहा था लेकिन सहल इस टीम के लिए मिडफील्ड में एक अहम खिलाड़ी बनकर उभरे थे। हर ओर उनके कौशल की चर्चा हो रही थी। अब जबकि वह मशहूर हो चुके हैं, उनका ध्यान अपने पैर जमीन पर बनाए रखने पर है।

सहल ने कहा, मैं जब भी खेलता हूं, अपने खेल का लुत्फ उठाने की कोशिश करता हूं। हर फुटबाल खिलाड़ी दबाव का सामना करता है। मैं इससे अछूता नहीं हूं लेकिन अभी मेरा ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि दबाव के कारण मेरा खेल प्रभावित न हो।

सहल की शैली और तकनीक से प्रभावित राष्ट्रीय टीम के कोच इगोर स्टीमाक ने उन्हें भारतीय टीम में शामिल किया। वह थाईलैंड में आयोजित किंग्स कप में भारत के लिए खेल और ओमान तथा कतर के साथ हुए 2022 फीफा वल्र्ड कप क्वालीफायर्स में भी खेले। दरअसल, केरल के इस खिलाड़ी ने कतर के खिलाफ मिडफील्ड में अहम भूमिका निभाई थी और इसी के दम पर भारत वह मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा था।

सहल ने कहा, भारत के लिए खेलने से अच्छा अनुभव और क्या हो सकता है। मेरे जैसे युवा खिलाड़ी के लिए यह किसी सपने के सच होने जैसा है।

अब जबकि सहल आईएसएल के छठे सीजन की तैयारी में जुटे हैं। केरल की टीम को नए सीजन में अपना पहला मैच 20 अक्टूबर को कोच्चि में एटीके के खिलाफ खेलना है। सहल जानते हैं कि वह कोच एल्को स्काटोरी की टीम के अहम सदस्य हैं और इस कारण मिडफील्ड में उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। इससे उन पर दबाव होगा।

सहल की कोशिश होगी कि वह केरल को पहली बार खिताब दिलाने में मदद करें क्योंकि उनकी टीम बीते पांच साल में दो बार फाइनल में पहुंची है, लेकिन अबतक खिताब पर कब्जा नहीं कर पाई है।

सहल ने कहा, केरला ब्लास्टर्स एफसी मेरा दूसरा घर है। मैं जो कुछ भी हूं, केरला ब्लास्टर्स और उसकी कोचिंग टीम की बदौलत हूं। यह एक खिलाड़ी के तौर पर मेरे विकास और भारतीय टीम में मेरे प्रतिनिधित्व का कारण हैं।

सहल ने कहा, हमारी टीम का हर सदस्य अहम है। मेरे लिए व्यक्तिगत तौर पर कुछ अलग नहीं है। हम एक तरह का दबाव झेलते हैं। लाखों केरलवासियों के लिए खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। महत्वपूर्ण खिलाड़ी होना अच्छा लगता है। हर फुटबाल क्लब ट्रॉफी जीतने का प्रयास करती है। हमारा भी यही सपना है कि हम खिताब पर कब्जा करे। हम आईएसएल जीतना चाहते हैं।

Created On :   12 Oct 2019 2:30 PM GMT

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