Virat Kohli Retirement: कप्तानी में भी 'किंग' थे कोहली, अपने नेतृत्व में भारत को दिला चुके हैं ऐतिहासिक जीत, कंगारूओं को उनके घर पर रौंद रच डाला था इतिहास

- विराट कोहली ने टेस्ट फॉर्मेट को कहा अलविदा
- टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं कोहली
- टेस्ट क्रिकेट में कंगारूओं को उनके घर पर मात देने पहले भारतीय और एशियाई कप्तान हैं कोहली
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम को बीते एक सप्ताह के भीतर दो बड़े झटकों का सामना करना पड़ा है। पहले टीम इंडिया के नियमित कप्तान रोहित शर्मा ने क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट को अलविदा कह दिया। वहीं, इसके कुछ दिनों के बाद अब क्रिकेट के किंग कहे जाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने भी रेड बॉल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।
बता दें, विराट कोहली ने भारत के लिए टेस्ट फॉर्मेट में खेलते हुए काफी योगदान दिया है। वह भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। उन्होंने साल 2014 से लेकर 2022 तक भारतीय टेस्ट टीम की अगुवाई की है। उनके नेतृत्व में टीम इंडिया का प्रदर्शन काफी लाजवाब रहा है। भारत ने कोहली की कप्तानी में कुल 68 टेस्ट खेले हैं जिनमें उन्हें 40 मौकों पर जीत हासिल हुई है। इस तरह वह भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी है। आइए हम आपको बताते हैं कोहली की कप्तानी भारत की कुछ ऐतिहासिक जीत के बारे में।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ 2018-19
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जाने वाली प्रतिष्ठित बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया ने कोहील की कप्तानी में कंगारूओं को उनके घर में घुसकर रौंदा था। बता दें, साल 2018-19 में खेले गए इस सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। वहां, उन्होंने 4 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में 2-1 से जीत हासिल की थी। इसी के साथ वह कंगारूओं को उनकी धरती पर मात देने वाले पहले भारतीय और एशिया कप्तान भी बन गए थे।
कैरेबीयाई टीम पर बड़ी जीत
क्रिकेट में कैरेबीयाई टीम को काफी दमदार माना जाता है। लेकिन कोहली ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को ना केवल कैरेबीयाई टीम के खिलाफ जीत दिलाई बल्कि उनके घर में घुसकर रौंदा था। साल 2019 में खेली गई 2 मैचों की इस टेस्ट सीरीज में भारतीय क्रिकेट टीम ने 2-0 से जीत हासिल की थी। बता दें, भारत ने पहले भी वेस्टइंडीज के खिलाफ मैच जीते हैं लेकिन इस टेस्ट सीरीज में उनका प्रदर्शन काफी शानदार रहा था। भारत ने इस टेस्ट सीरीज में खेले गए दोनों मैचों में बड़े रनों के अंतर से जीत दर्ज की थी। जानकारी के लिए बता दें, सीरीज के पहले मैच में भारत ने 318 रन तो दूसरे मैच में 257 रनों से बाजी मारी थी।
प्रोटियाज से छीन लिया था पहला पोजीशन
भारतीय क्रिकेट टीम ने साल 2015 में आईसीसी की रैंकिंग में टॉप पर शुमार प्रोटियाज को उनके घर में घुसकर क्लीन स्वीप कर दिया था। प्रोटियाज के खिलाफ भारत की ये सबसे बड़ी जीतों में से एक था। इस टेस्ट सीरीज के दौरान साउथ अफ्रीका की टीम काफी मजबूत थी। उसमें एबी डिविलियर्स, हासिम अमला और फाफ डुप्लेसिस जैसे दिग्गज खिलाड़ी शामिल थे। लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम ने उन्हें मात दी और रैंकिंग में पहला पायदान छीन लिया।
इंग्लैंड से लिया 2012 की हार का बदला
भारतीय क्रिकेट टीम ने एलिस्टेयर कुक की कप्तानी वाली इंग्लैंड टीम से साल 2012-13 में अपनी सरजमीं पर खेले गए टेस्ट मैच का बदला भी कोहली की अगुवाई में पूरा कर लिया था। बता दें, साल 2012 में जब इंग्लिश टीम चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के लिए भारत आई थी तब उन्होंने 2-1 से जीत हासिल की थी। लेकिन इसके बाद जब साल 2016 में एलिस्टेयर कुक अपनी टीम को लेकर भारत 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने आए तब उन्हें कोहली ने पिछली बार की हार का करारा जवाब देते हुए 4-0 से मात दी थी। इस दौरान पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था। लेकिन इसके बाद बाकी के चार टेस्ट मैचों में भारत ने काफी शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की थी। इसके अलावा इंग्लैंड के खिलाफ इस सीरीज में किंग कोहली का बल्ला भी खूब गरजा था। पूरे सीरीज में कोहली ने 1 दोहरा शतक, 1 शतक और 2 अर्धशतक जमाए थे।
Created On :   12 May 2025 4:01 PM IST