अधिक ब्लीडिंग से मौत: एचडीयू में महिला की मौत का मामला

  • मृतका के शरीर में नहीं बचा था ब्लड
  • पोस्टमार्टम में हुआ खुलासा
  • मृतका के हार्ट तक में ब्लड नहीं बचा था

डिजिटल डेस्क, भोपाल।मध्यप्रदेश के सतना जिला अस्पताल के एचडीयू में महिला की मौत के मामले में पीएस के दौरान बड़ा खुलासा हुआ है। पोस्टमार्टम टीम को लीड कर रहे मेडिकल कॉलेज के फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ चंद्रशेखर वाघमारे ने बताया कि शनिवार को जब मृतका का पोस्टमाटम हुआ, उस वक्त उसके शरीर से खून नहीं निकला। डॉ वाघमारे ने बताया कि मृतका के हार्ट तक में ब्लड नहीं बचा था। हीमोग्लोबिन भी 2 से 3 ग्राम के बीच था।

टीम मेंबरों ने अधिक ब्लीडिंग की वजह से महिला के मौत की आशंका जताई है। 3 सदस्यीय टीम में डॉ आकृति गुप्ता और डॉ लोकेश सोनी भी शामिल रहे। उधर पुलिस ने भी मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस के मुताबिक पहले परिजन पीएम कराने को तैयार नहीं थे। समझाइस के बाद परिजन की मांग पर मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल की संयुक्त टीम से पोस्टमार्टम कराया गया।

डॉक्टरों ने भी शुरू की जांच

उधर डीएचओ डॉ विजय आरख के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने भी मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले दिन टीम ने स्टाफ से घटना की जानकारी ली। टीम में आरएमओ डॉ शरद दुबे और गायनिक विभाग की एचओडी डॉ मंजू सिंह के साथ एक अन्य चिकित्सक शामिल रहीं। उल्लेखनीय है कि अमरपाटन थाना अंतर्गत खजुरी इटमा निवासी जीतेन्द्र पटेल की 31 वर्षीय पत्नी नीलम को ब्लीडिंग होने की शिकायत पर १२ मार्च को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 15 मार्च को रात 8 बजे एचडीयू उसकी मौत हो गई थी। मौत के बाद लापरवाही के आरोप लगाकर परिजन ने देर रात तक हंगामा किया था। रात में पुलिस के हस्ताक्षेप के बाद मामला शांत हुआ था।

Created On :   17 March 2024 3:59 AM GMT

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