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दैनिक भास्कर हिंदी: अजब-गजब : रसेल वाइपर सांप ने 36 बच्चों को दिया जन्म, सभी सुरक्षित
डिजिटल डेस्क, मुंबई । महाराष्ट्र के मुंबई में इस सांप ने एक साथ 36 बच्चों को जन्म दिया है। यहां परेल स्थित हाफकिन इंस्टिट्यूट फॉर ट्रेनिंग में रिसर्च के लिए एक रसेल वाइपर सांप लाया गया था। इस दौरान इस रसेल वाइपर ने एक साथ इतने बच्चों को जन्म दिया है। इस रिसर्च इंस्टीट्यूट में सांपों के जहर की दवा बनाए जाने का काम होता है। रिसर्च इंस्टीट्यूट की निदेशक डॉ. निशीगंधा नाइक ने बताया कि जनरली सांप की इस प्रजाति की मादा 20-30 बच्चों को जन्म देती है। यह पहला मामला है जब इस प्रजाति की मादा ने एक साथ 36 बच्चों को जन्म दिया है। फिलहाल रसेल वाइपर सहित उसके सभी बच्चे सुरक्षित और हेल्दी है। सभी बच्चों को जंगल में वापस छोड़ दिया जाएगा।
Maharashtra: Female Russell Viper gives birth to 36 snakes at a research institute for anti-snake venom in Mumbai. Director of institute, Dr N.Naik says, 'All baby snakes & mother are healthy. Normally Russell Viper gives birth to 20-30 snakelets at a time but this time it's 36.' pic.twitter.com/8DZD7FzrIe
— ANI (@ANI) July 13, 2018
डॉ. निशीगंधा नाइक ने बताया कि तुर्भे से हमें एक बेहद दुर्लभ एल्बिनो रसेल वाइपर मिला है। हाफकिन के तकरीबन 100 साल से अधिक के इतिहास में अब तक ऐसा सांप महाराष्ट्र में देखने को नहीं मिला है।
कोबरा ने दिए 21 अंडे
मिली जानकारी के मुताबिक रसेल के अलावा पहली बार हाफकिन इंस्टिट्यूट फॉर ट्रेनिंग में एक कोबरा ने 21 अंडे दिए है। जिनमें से कोबरा का बच्चा एक अंडे से भी बाहर आया है। यह भी पहली बार है जब किसी कोबरा के अंडे को लैब में रखकर जन्म दिया गया है। निदेशक डॉ. निशीगंधा नाइक ने बताया कि सभी उपयोगी और अत्याधुनिक तकनीक उपलब्ध होने से यह संभव हुआ।
हाफकिन इंस्टिट्यूट फॉर ट्रेनिंग
परेल स्थित हाफकिन इंस्टिट्यूट फॉर ट्रेनिंग में ऐंटी वेनम बनाने का काम किया जाता है। यह ऐंटी वेनम बनाने के लिए सांप का वेनम (विष) जरूरी होता है। इंस्टिट्यूट में सांप पर रिसर्च की जाती है। यहां सांप को पकड़कर उसका जहर निकाला जाता है। इस वेनम को घोडे़ में इंजेक्ट किया जाता है। जिसके बाद हमें घोड़े के शरीर में ऐंटी वेनम मिलता है। फिर इस ऐंटी वेनम का जहरीले सांप को काटने पर दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।