भोपाल से चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह, साध्वी प्रज्ञा ने दी चुनौती

भोपाल से चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय सिंह, साध्वी प्रज्ञा ने दी चुनौती

डिजिटल डेस्क, भोपाल। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह 16 साल बाद चुनावी मैदान में उतरने जा रहे हैं। दिग्गी राजा भोपाल की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल के मिंटो हॉल में एक कार्यक्रम के दौरान इस बात का ऐलान किया है। कमलनाथ ने कहा, कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। जल्द ही इन नामों की घोषणा कर दी जाएगी।

बता दें कि लोकसभा की भोपाल सीट बीजेपी का गढ़ मानी जाती है। ऐसे में इस सीट को जीतना दिग्विजय के लिए बड़ी चुनौती होगी। इससे पहले दिग्विजय के इंदौर और राजगढ़ सीट चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। खुद दिग्विजय की दिलचस्पी इंदौर सीट से चुनाव लड़ने की थी। अगर दिग्विजय भोपाल सीट से चुनाव जीत जाते है तो पार्टी में उनका कद पहले बढ़ जाएगा। इसके साथ ही वे मध्य प्रदेश में कांग्रेस नंबर वन नेता बन जाएंगे।अगर दिग्विजय यह चुनाव हारते हैं तो कमलनाथ ही कांग्रेस के मप्र के नंबर-1 नेता बन जाएंगे। कमलनाथ सरकार और प्रदेश संगठन में दिग्विजय का दखल भी कम हाे जाएगा।

बता दें कि भोपाल लोकसभा सीट में 8 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2018 के विधानसभा में कांग्रेस को इन 8 में से 3 सीटों भोपाल उत्तर, भोपाल मध्य और भोपाल दक्षिण-पश्चिम पर जीत मिली थी। बीजेपी को 5 सीटें बैरसिया, हुजूर, नरेला, गोविंदपुरा और सीहोर मिली थीं। अगर यही ट्रेंड बरकरार रहता है तो दिग्विजय के लिए चुनाव जीतना आसान नहीं होगा। भाजपा इस बार इस सीट से मौजूदा सांसद आलोक संजर का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री नरेंद्र तोमर को मौका दे सकती है। ऐसा हुआ तो इस सीट पर दो बड़े राजपूत नेताओं के बीच मुकाबला होगा। 

दिग्विजय की लोकसभा सीट को लेकर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कमलनाथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री है उनके पास इस संबंध में ज्यादा जानकारी है। भोपाल लोकसभा सीट से दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने की बात सामने के बाद मालेगांव बम धमाके की आरोपी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कहा, मैं दिग्विजय के खिलाफ लड़ने की लिए तैयार हूं। ये लड़ाई धर्म और अधर्म के बीच होगी। बता दें कि प्रज्ञा ठाकुर की गिरफ्तारी के वक्त दिग्विजय सिंह जमकर बयानबाजी की थी। 

कमलनाथ ने कहा दिग्विजय सिंह भोपाल लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे दिग्विजय इस फैसले से खुश हैं। लम्बे समय से उनके चुनाव लड़ने को लेकर चर्चाएं चल रही थी। कमलनाथ ने उन्हें सबसे कठिन सीट से चुनाव लड़ने को कहा था। जिसके बाद दिग्विजय सिंह ने भी इस चुनौती को स्वीकार करते हुए कहा था कि वह कहीं से भी चुनाव लड़ने को तैयार हैं। 

बता दें कि भोपाल लोकसभा क्षेत्र को भाजपा का गढ़ माना जाता है। 1984 के बाद से कांग्रेस यहां नहीं जीती है। कांग्रेस के दिग्गज नेता सुरेश पचौरी, केएन प्रधान और नवाब मंसूर अली खान पटौदी को भी यहां हार का सामना करना पडा है। गौरतलब है कि पहले इंदौर, राजगढ़ और भोपाल सीट में से किसी एक सीट पर दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे थे। भोपाल सीट भाजपा का मजबूत गढ़ रहा है।कांग्रेस विधानसभा चुनाव की जीत के बाद से ही लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन दोहराना चाहती है। जिसके चलते पार्टी किसी भी सीट पर वॉकओवर देने के मूड में नहीं है। बीजेपी के मजबूत गढ़ वाली सीटों पर कांग्रेस बड़े चेहरों को चुनाव लड़ाना चाहती है। 


एक चुनाव हारे हैं दिग्गी
दिग्विजय सिंह दो बार राजगढ संसदीय क्षेत्र से सांसद रहे है। वे 1984 में पहली बार सांसद बने थे, लेकिन 1989 में भाजपा के सीनियर लीडर और संघ प्रचारक प्यारेलाल खंडेलवाल से चुनाव हार गए थे। 1991 में बहुत कम अंतर से फिर लोकसभा चुनाव जीत गए थे। 1993 से 2003 तक वो मप्र के मुख्यमंत्री रहे।

दिग्विजय ने दिया धन्यवाद
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ के आग्रह को स्वीकार करते हुए धन्यवाद दिया था। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा था- "धन्यवाद कमलनाथ जी को जिन्होंने मप्र में कांग्रेस की कमजोर सीटों पर लड़ने का आमंत्रण दिया। उन्होंने मुझे इस लायक समझा मैं उनका आभारी हूं।" दिग्विजय ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा था- "मैं राघौगढ़ की जनता की कृपा से 1977 की जनता पार्टी लहर में भी लड़ कर जीत कर आया था। चुनौतियों को स्वीकार करना मेरी आदत है। जहां से भी मेरे नेता राहुल गांधी जी कहेंगे मैं लोक सभा चुनाव लड़ने तैयार हूं। नर्मदे हर।"

 

 

 

 

 

 

Created On :   23 March 2019 8:30 AM GMT

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