आग लगाने से पहले जानें, क्या है 'मुसलमानों का गाय को बम खिलाने का सच'

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आजकल ‘गाय माता’ हॉट टॉपिक बनी हुई हैं। कहीं न्यूज में तो कहीं किसी की खोखली दलीलों में गाय का नाम आ ही जाता है। गाय के नाम पर "सो कॉल्ड गौरक्षकों" द्वारा नृशंस हत्या की खबर भी लगातार सुर्खियों में रहती है। ये भी कहना गलत नहीं होगा कि हिन्दु-मुसलमानों के बीच गाय एक ऐसा हथियार बन गया है जिसके दम पर असमाजिक तत्व आंतक और हिसां की अपनी रोटियां सेक लेते हैं। ताजा मामला सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उस वीडियो का है जिसमें एक घायल गाय सड़क पर घूमती हुई दिख रही है। वीडियो के साथ जो दावा किया जा रहा है वो और भी ज्यादा हैरान करने वाला है। कई बड़े पेज से शेयर हुए इस वीडियो के साथ दावा किया गया कि कुछ "मुस्लमानों" ने इस गाय को बम खिला दिया था, जो इसके मुंह में फट गया। साथ ही कहा गया इस घटना के बाद ‘हिन्दुओं को प्रॉटेस्ट नहीं करने दिया जा रहा और न ही कोई गिरफ्तार हुआ है।’
चूंकि ये वीडियो ऐसा है कि गाय की हालत देख कोई भी गुस्से से लाल हो जाए, ऐसे में सभी लोग बिना इसके पीछे की सच्चाई जानें सोशल मीडिया पर आग उगलने लग गए और इसे जमकर शेयर किया जाने लगा।
क्या है वीडियो की पूरी सच्चाई
दरअसल सोशल मीडिया पर सुर्खियों बटोर रहा ये वीडियो मध्यप्रदेश के विदिशा जिले का है। वहां के अहमदपुर इलाके में काफी अवैध झुगिगयां है, जहां आदिवासी लोग रहते हैं। ये लोग जंगली सुअरों को पकड़ने के लिए एक बम बनाकर कूड़ेदान में डाल देते हैं जिन्हें खाकर वो घायल हो जाते हैं जिन्हें वो बाद में पकड़ लेते हैं। ऐसे में उस ‘सुअर बम’ को कूड़े में खाने की तलाश कर रही गाय ने खा लिया जिससे उसका जबड़ा फट गया और वो बहुत ही गंभीर घायल हो गयी।
MP मंत्री ने खुद ट्वीट कर किया खुलासा
इस घटना को सोशल मीडिया पर एक अलग सामप्रदायिक एंगल से पोस्ट और शेयर किया गया। इस वीडियो की असलियत तब सामने आई, जब खुद मध्यप्रदेश के गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने इसके सच से पर्दा हटाया। वीडियो वायरल के बाद उन्होनें ट्वीट कर बताया कि ‘मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। विवेचना में पता चला है कि कुछ आदिवासी युवकों ने झाड़ी में बम छुपा कर रखा था जिसे गाय ने चबा लिया। क्षेत्र से आदिवासी टोलों को हटाने के आदेश दे दिए गए हैं। घटना में सामप्रदायिक भड़काव के प्रमाण नहीं मिले हैं।’
FIR has been registered in this case. Initial investigations suggest that some tribal boys had hidden a ‘suar bomb’ in the bushes, which the poor cow inadvertently chewed. Tribal dwellings have been cleared from that area.
— Bhupendra Singh (@bhupendrasingho) December 12, 2017
Investigations do not point to any communal mischief. https://t.co/SaLEHysJcR
पुलिस ने कहा, कोई हिंदू-मुस्लिम एंगल नहीं
विदिशा के एसपी विनीत कपूर का भी यही कथन है कि ये सिर्फ एक हादसा है। जिस बम से गाय घायल हुई उसे ‘सुअर मार बम’ कहा जाता है। इसे यहां रहने वाले खानाबदोश लोग सुअर मारने के लिए बनाते हैं। गलती से गाय ने इसे खा लिया। बाकि इसमें हिंदू-मुस्लिम विवाद जैसा कोई फेक्टर नहीं है।
यहां देखें वीडियो-
BREAKING: #Muslims fed bomb to cow which blew inside her mouth. #Cow critically injured in Vidisha, MP. No arrests by police. #Hindus not allowed to protest. @PetaIndia silent. @ChouhanShivraj pic.twitter.com/pwzHOgtSpn
— ShankhNaad (@ShankhNaad) December 11, 2017
घायल गाय का यह वीडियो बीते कई दिनों से इसी साम्प्रदायिक ऐंगल के साथ सोशल मीडिया पर चल रहा है। फेसबुक-ट्विटर पर हजारों लोग अब भी इसे शेयर कर रहे हैं।
Created On :   20 Dec 2017 12:11 PM IST