जबलपुर: न जल संकट हो, न ही जल से संकट होना चाहिए

न जल संकट हो, न ही जल से संकट होना चाहिए
  • पेयजल की समस्या पैदा ही न हो, बारिश में जल भराव को दूर करने बैठक में निर्देश
  • जिला प्रशासन, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक में दिए।
  • बैठक में जल आपूर्ति व वसूली की स्थिति की समीक्षा भी की गई।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। भीषण गर्मी का दौर अब शुरू हो रहा है, इसलिए इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि चाहे शहरी क्षेत्र हो या ग्रामीण कहीं भी जलसंकट न हो। किसी भी व्यक्ति को पीने के पानी के लिए भटकना न पड़े।

जहाँ भी मोटर या पेजयल लाइन खराब है या बिजली की समस्या है उसे तत्काल दूर किया जाए और पानी पहुँचाया जाए। इसी प्रकार आने वाले दिनों में बारिश का सीजन रहेगा, इस दौरान कहीं भी जल भराव की समस्या न हो। जहाँ भी पिछले सालों में जल भराव होता रहा है वहाँ अभी से कार्य किए जाएँ और नालों की सफाई हो, अतिक्रमण हटाए जाएँ।

उपरोक्त निर्देश कलेक्टर दीपक सक्सेना ने सोमवार को जिला प्रशासन, नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक में दिए। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि जिले में कहीं भी पेयजल को लेकर कोई परेशानी न हो।

इस दिशा में प्राथमिकता से कार्य करें। नहरों के माध्यम से यदि पेयजल आपूर्ति में कोई असर नहीं हो रहा है, तो संबंधित अधिकारी नहरों की मरम्मत व सुधार कार्य प्राथमिकता से कराएँ।

उन्होंने कहा कि यदि मानसून आने में देरी होती है तो पेयजल की व्यवस्था समुचित रूप से कर ली जाए। बैठक में जल आपूर्ति व वसूली की स्थिति की समीक्षा भी की गई।

इसके साथ ही कहा कि वर्षा काल में बाढ़ आदि से निजात पाने हेतु सामूहिक सहभागिता से नदी, नालों की साफ-सफाई का कार्य शुरू कर दें। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ जयति सिंह सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

Created On :   30 April 2024 2:33 PM IST

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