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Amravati News: जेल में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता, 50 हजार में अंडा सेल में पहुंचाए थे मोबाइल!

Amravati News अमरावती सेंट्रल जेल की अतिसंरक्षित अंडा सेल में कैद दो खूंखार बंदियों तक मोबाइल फोन पहुंचने का मामला अब गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है। जांच में सामने आया है कि 50 हजार रुपए लेकर मोबाइल चार्जर समेत अंदर पहुंचाए गए थे। इस खुलासे ने जेल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है।
जानकारी के अनुसार, अंडा सेल में बंद कैदी तरबेज दरवेश खान (कैदी क्रमांक 6484) और दस्तगीर गफूर शहा (कैदी क्रमांक 6420) के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए गए थे। जब जेल प्रशासन ने पूछताछ की, तो कैदियों ने सुरक्षा समिति के समक्ष बयान में चौंकाने वाली बात कही, जेल में कुछ भी मुफ्त नहीं मिलता… सबकुछ दाम देकर ही मिलता है।
कैदियों का दावा है कि जेल के एक वरिष्ठ अधिकारी की मदद से आईफोन दो दिनों तक जेल के भीतर सुरक्षित पहुंचाया गया था। इस बयान के बाद न केवल जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है, बल्कि विभागीय स्तर पर भी गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं कि इतनी कड़ी सुरक्षा के बावजूद अंडा सेल में मोबाइल आखिर कैसे पहुंचा। फ्रेजरपुरा पुलिस थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई है। अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इन मोबाइलों से किन लोगों से बातचीत हुई, क्या यह किसी बाहरी आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा था, और
क्या जेल के अंदर से ही किसी ने इस पूरे ऑपरेशन में मदद की। इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त अरविंद चावरिया ने बुधवार को दोपहर में अपने मातहतों समेत सुरक्षा समिति के साथ स्वयं जेल पहुंचकर डेढ़ घंटे तक सुरक्षा व्यवस्था का सूक्ष्म निरीक्षण किया। अंडा सेल में बाहर से कुछ भी आना मुमकिन नहीं है।
फॉरेंसिक जांच में खंगाली जाएगी हर चैट : फ्रेजरपुरा थाने के जांच अधिकारी पीएसआई शशांक पवार ने दोनों मोबाइल की डेटा क्लोनिंग प्रक्रिया पूरी कर ली है। अब ये फोन फॉरेंसिक लैब में भेजे गए हैं, जहां वॉट्सएप, टेलिग्राम, सिग्नल, फेसबुक मेसेंजर सहित सभी ऐप्स की चैट हिस्ट्री, कॉल रिकॉर्ड और मीडिया फाइलों की बारीकी से जांच की जाएगी।
फॉरेंसिक टीम यह पता लगाएगी कि जेल के भीतर से किन लोगों से संपर्क साधा गया था और क्या किसी जेलकर्मी की भूमिका इसमें रही। रिपोर्ट मिलने के बाद मोबाइल सायबर सेल को भेजे जाएंगे, जहां से सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) और एसडीआर (सब्सक्राइबर डिटेल रिकॉर्ड) निकालकर पूरे नेटवर्क की परतें खोली जाएंगी।
सुरक्षा समीक्षा के आदेश : इस घटना के बाद जेल अधीक्षक ने सभी सेल की सुरक्षा समीक्षा के आदेश दिए हैं और पूरे परिसर में अचानक तलाशी अभियान शुरू कराया है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में इस मामले में कई बड़े नामों के बेनकाब होने की संभावना है।
Created On :   9 Oct 2025 3:08 PM IST