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Amravati News: सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे , जरांगे पाटील ने दी खुली चेतावनी

- बच्चू कडू के आंदोलन स्थल पहुंचकर पाटील ने घोषित किया समर्थन
- कहा-अब केवल बोलने से नहीं, लड़ने से बदलाव आएगा
Amravati News अन्नत्याग आंदोलन के चौथे दिन बच्चू कडू से मुलाकात कर मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रखर नेता मनोज जरांगे पाटील ने मंच से सरकार को खुली चेतावनी दे डाली। उन्होंने कहा कि मांगें नहीं मानी तो सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे। मुख्यमंत्री फडणवीस और दोनों उपमुख्यमंत्री तत्काल दखल लेकर किसानों की मांगें मान्य करें। अन्यथा किसान सड़कों पर उतरेंगे,यह जान लें। अब महाराष्ट्र चुप नहीं बैठेगा। जरांगे पाटील ने तीखे तेवर में कहा, यह कोई भाषणबाजी की जगह नहीं है। हर कोई आता है, भाषण देता है और निकल जाता है। अब यह परंपरा तोड़नी होगी। जो सच में समर्थन करता है, वो सड़क पर उतरे। अब केवल बोलने से नहीं, लड़ने से बदलाव आएगा। विदर्भ और मराठवाड़ा में किसानों की सर्वाधिक आत्महत्या हो रही है। किसान संकट में है। अनशन करना आसान नहीं होता। मैं अपने अनुभव से यह बात कह रहा हूं।
महाराष्ट्र बंद का ऐलान करें: उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन में कोई मराठा, कोई ओबीसी नहीं। अब समय आ गया है जब जात-पात से ऊपर उठकर महाराष्ट्र का हर किसान सड़कों पर उतर कर इस आंदोलन को ताकत दे। यह सिर्फ बच्चू कडू की लड़ाई नहीं, पूरे राज्य के किसानों और मेहनतकश जनता की आवाज़ है। अब सभी किसान संगठनों के नेताओं ने तत्काल बैठक बुलाकर इस आंदोलन को समर्थन दे और एक दिन तय कर संपूर्ण महाराष्ट्र बंद का ऐलान करें। हम कोई वाहन सड़कों पर चलने नहीं देंगे। किसानों के प्रश्नों पर हम सभी एकजुट होंगे। पार्टी भेद नहीं रखेंगे। क्योंकि हम सभी किसानों के बेटे हैं। अब किसानों को न्याय दिए बगैर शांत नहीं बैठेगे।
ईवीएम में गड़बड़ी कर सत्ता में आई महायुति : जानकर
बुधवार को बच्चू से मुलाकात कर रासपा प्रमुख महादेव जानकर ने राज्य सरकार पर जमकर हल्लाबोल किया।
कहा कि महायुति सरकार को घमंड चढ़ गया है। क्योंकि यह सरकार ईवीएम में गड़बड़ी कर सत्ता में आई है। राज्य के किसान, वंचित, दलित व आदिवासियों के प्रति लापरवाही बरती जा रही है, लेकिन हमें शहीद होने के लिए विवश न करें। ऐसी चेतावनी भी उन्होंने दी।
कई नेताओं ने मुलाकात की
आंदोलन के चौथे दिन बुधवार को बच्चू कडू से कई नेताओं ने मुलाकात कर समर्थन जताया। मराठा ओबीसी आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पाटील, रविकांत तुपकर, महादेव जानकर और गिरीश गांधी ने 11 जून को मुलाकात की और बच्चू कडू के आंदोलन को अपना समर्थन दिया। समय पड़ने पर कडू के समर्थन में सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी। एक समय सीमा तक सब्र करने की बात कही। किसानों से पूरी ताकत से भाग लेने की अपील की।
वजन घटा, बीपी हाई : अन्न त्याग आंदोलन के कारण बच्चू कडू की तबियत खराब हो गई है।उनका 4 किलो वजन कम हो गया है। प्रशासन ने जानकारी दी है कि उनका बीपी भी बढ़ गया है। विभिन्न किसान, विकलांग संगठन और कई जनप्रतिनिधियों ने धरना स्थल पर जाकर समर्थन दिया। संकेत मिल रहे हैं कि अगर सरकार ने तुरंत कार्रवाई नहीं की तो यह विरोध और उग्र होगा। इस बीच नेता के गिरते स्वास्थ्य को लेकर प्रहारियों में तीव्र असंतोष व्याप्त है।
प्रहारियों ने टायर व बैनर फूंके : इस बीच, आंदोलन के समर्थन में प्रहारियों ने बुधवार को जिलाधिकारी कार्यालय पर तीव्र प्रदर्शन किया। प्रहार कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री व दोनों उपमुख्यमंत्री के पोस्टर लगा बैनर व टायर जलाकर अपना रोष व्यक्त किया। बुधवार को सुबह 10 बजे के दौरान यह आंदोलन हुआ। प्रहार के महानगरप्रमुख बंटी रामटेके के साथ अतुल सिंगल, जितू दुधाने, गोलू पाटील, शाम इंगले, मनीष पवार, सुधीर मानके, मुकेश घुटीयाल की उपस्थिति में यह आंदोलन किया गया।
Created On :   12 Jun 2025 2:50 PM IST