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होर्डिंग को लेकर बवाल, नेताओं को पुलिस आयुक्त ने दिए निर्देश

डिजिटल डेस्क, अमरावती। महानगरपालिका की चेतावनी के बाद भी शहर के “नेताओं’ में कोई सुधार नहीं हुआ है। विगत दिवस भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) और यूथ कांग्रेस में बैनर को लेकर विवाद खड़ा हुआ तो पुलिस ने मामला शांत करवाया। इसके बाद अवैध बैनर को भी संबंधित एजेंसियों ने निकाल लिया। इस पर पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने अवैध होर्डिंग न लगाने और तय जगह पर लगे होर्डिंग समय से निकालने का आह्वान किया है।
विशेष बात यह है कि नेताओं का जन्मदिन, नगर आगमन, छोटे-बड़े नेताओं के अवैध होर्डिंग, बैनर और पोस्टर जगह-जगह लगे रहते हैं। मनपा ने एफआईआर दर्ज करवाने की चेतावनी दी और फिर चुप्पी साध ली। नेताओं के आगे मनपा तो कार्रवाई करने से बचती दिखाई दी लेकिन पुलिस क्या करेगी यह तो कार्रवाई के बाद ही पता चलेगा। मामले को लेकर उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले से संपर्क किया किंतु उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
मनपा हर माह करीब 1 हजार अवैध होर्डिंग हटाती है। सबसे अधिक अवैध होर्डिंग राजापेठ, राजकमल, जयस्तंभ, इर्विन चौक, कैम्प रोड, मोर्शी रोड, गर्ल्स हाईस्कूल चौक, सरकारी विश्राम गृह पर और उसके आसपास, बस स्टैंड रोड आदि जगह लगाए जाते हैं। नेताओं के आने के समय होर्डिंग लगे रहते हैं और उसके बाद मनपा के जोन अधिकारी उनको निकलवा लेते हैं। मनपा उपायुक्त जुम्मा प्यारेवाले ने अवैध होर्डिंग न लगाने का आह्वान कर एफआईआर करवाने की चेतावनी भी दी थी। किन्तु न अवैध होर्डिंग हटाए गए, न ही किसी पर कार्रवाई हुई।
नोटिस से भी नहीं बना काम : मनपा ने एक माह पूर्व शहर के बैनर, पोस्टर और होर्डिंग छापने वाले करीब 12 प्रिंटर्स मालिकों को नोटिस जारी किया था। 6 जून को जारी नोटिस में माननीय उच्चतम न्यायालय का हवाला देकर कोई भी बैनर, पोस्टर और होर्डिंग पर प्रिंटर्स का नाम और उसकी कालावधि लिखने के निर्देश दिए थे। शहर में उसके बाद होर्डिंग तो उतने ही लगे लेकिन किसी ने कोई जानकारी नहीं छापी। शहर में अवैध होर्डिंग लगाने पर अंतिम विकल्प एफआईआर दर्ज करवाना ही है जो मनपा ने अब तक नहीं किया।
Created On :   18 Aug 2023 2:34 PM IST