नागझिरा के बाद अब 8 बाघों को छोड़ा जाएगा सह्याद्री के जंगल में!

नागझिरा के बाद अब 8 बाघों को छोड़ा जाएगा सह्याद्री के जंगल में!
वनमंत्री मुनगंटीवार ने दी जानकारी , केंद्र सरकार से मांगी अनुमति

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। जिले के आठ बाघों को सह्याद्री बाघ प्रकल्प में छोड़ने के लिए सरकार से अनुमति मांगी गई है। इस संदर्भ में प्रस्ताव सरकार की ओर भिजवाया गया है। ऐसी जानकारी वनमंत्री और जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने मोहर्ली में निसर्ग पर्यटन गेट के सौंदर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन के दौरान दी। वनमंत्री मुनगंटीवार ने बताया कि दुनिया में 14 देशों में बाघ हैं। उनमें से 65 प्रतिशत बाघ भारत में हैं। दुनिया में सबसे ज्यादा बाघ अकेले चंद्रपुर में हैं। ताड़ोबा से दो बाघिनों को नागझिरा अभयारण्य में भेजा गया। अब आठ बाघों को सह्याद्री बाघ प्रकल्प में छोड़ने के लिए भारत सरकार से अनुमति मांगी गई है।

ताड़ोबा आनेवाला देश-विदेश का पर्यटक आनंद, ज्ञान, ऊर्जा, उत्साह लेकर जाएगा। लेकिन, अपने गलत आचरण से ताड़ोबा का नाम बदनाम नहीं होगा, इसका ख्याल सभी को रखना चाहिए। यहां मिला सम्मानजनक व्यवहार पर्यटक को जीवन भर याद रहना चाहिए, ऐसा आचरण रखकर ताड़ोबा आने वाले पर्यटकों का दिल जीतना चाहिए, यह उम्मीद व्यक्त की। इस समय मंचपर अपर प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) प्रवीण चव्हाण, ताड़ोबा के क्षेत्र संचालक डा. जितेंद्र रामगावकर, राजस्थान के वन्यजीव बोर्ड के सदस्य सुनील मेहता, उपवनसंरक्षक श्वेता बोड्डू, मोहर्ली की सरपंच सुनीता कातकर, छायाचित्रण दिग्दर्शक नल्ला मुथ्थू आदि उपस्थित थे।

मोहर्ली में 7.42 करोड़ रुपए की लागत से निर्माण होनेवाले पर्यटन गेट के काम का भूमिपूजन किया गया। भूमिपूजन के बाद मुनगंटीवार ने कहा, बाघों की तरह लोग भी जीने चाहिए, मानव जीवन अनमोल है। जो लोग आजीविका के लिए जंगल में जाते हैं उन पर वन्यजीव द्वारा हमला होने की आशंका अधिक होती है। इसके उपाय के रूप में डा. शामाप्रसाद मुखर्जी जनवन योजना के माध्यम से गांवों को निधि उपलब्ध करा रहे हैं।ताड़ोबा का नाम दुनिया में रोशन करने अधिकारी पूरे मन से काम करें। हमें अच्छे वातावरण के कारण ही शुद्ध ऑक्सीजन मिलता हैै, जबकि मनुष्य की अंतिम यात्रा में अग्नि प्रदान करने के लिए लकड़ी का ही उपयोग होता। प्रस्तावना क्षेत्र संचालक डा. जितेंद्र रामगावकर ने रखी। संचालन प्रज्ञा जीवनकर व आभार वनपरिक्षेत्र अधिकारी संतोष थिपे ने माना।

Created On :   18 Aug 2023 2:49 PM IST

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