शंकरबाबा की बीमार मानस कन्या की बचाई जान

शंकरबाबा की बीमार मानस कन्या की बचाई जान
नागपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने की सफल शल्यक्रिया

डिजिटल डेस्क, अमरावती। दो वर्ष से अचलपुर की नगर पालिका में कार्यरत शंकरबाबा पापड़कर की मानस कन्या के पैर का सफल आपरेशन किया गया। पापलकर की मानस पुत्री रूपा के दोनों पैर में दर्द था। 14 अगस्त को अचानक दर्द बढ़ने से उसे पहले जिला अस्पताल से नागपुर रेफर किया। यहां डॉक्टरों ने पैरों की शल्यक्रिया कर रूपा की जान बचाई।

स्व. अंबादास पंत वैद्य दिव्यांग बालगृह की रूपा दोनों पैर से विकलांग है। रूपा पुलिस को पंढरपुर के चंद्रभागा नदी के किनारे मिली थी। बाल न्यायालय के आदेश पर वझ्झर स्थित बालगृह में आई। एक वर्ष की दिव्यांग लड़की रूपा को शंकरबाबा ने अपना नाम देकर 12वीं तक पढ़ाया। वर्तमान में वह अचलपुर नगर पालिका में कार्यरत है। दो वर्ष से पैर के दर्द से पीड़ित रूपा को 14 अगस्त को असहनीय दर्द हुआ। जिसके बाद उसकी अमरावती मेडिकल बोर्ड में स्वास्थ्य जांच की गई। अमरावती के जिला अस्पताल में भर्ती करने के बाद डॉक्टरों ने उसे नागपुर मेडिकल काॅलेज रेफर कर दिया। 15 अगस्त की देर रात 2 बजे रूपा की तबीयत अचानक बिगड़ने से डॉक्टरों ने बुधवार की सुबह 6 बजे उसके पैर पर सफल शल्यक्रिया की। इस समय मेडिकल कॉलेज के डीन डा. राज गजभिये, डा. शरद कुमार, डा शरद कुमेवार, डा. उमेश चांडक, डॉ. बनसोड, सभी नर्स, कर्मचारियों ने रूपा की जान बचाने में सहायता दी। डा मुरारी सिंह ने सभी जिम्मेदारी संभालकर सहयोग किया। वह फिलहाल वार्ड नंबर 7 में भर्ती है।

Created On :   17 Aug 2023 3:20 PM IST

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