आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर किया हमला

आदिवासियों ने वन विभाग की टीम पर किया हमला
शिकार मामले में नोटिस देने गए थे

डिजिटल डेस्क, अमरावती। पिछले सप्ताह सांभर के शिकार के मामले मेंं शामिल आरोपियों को नोटिस देने गए वन विभाग के दल पर आदिवासियों ने सामूहिक रूप से हमला किया। इसमें जांबली वनग्राम के वन परिक्षेत्र अधिकारी प्रीति येवतकर समेत वन रक्षक अक्षय गवई, कुलदीप काले घायल हो गए। घटना चखलदरा तहसील के ग्राम खोंगला मेंं घटित हुई। इससे पहले कई बार मेलघाट में आदिवासी व वन अधिकारियों के बीच संघर्ष हुआ है। आदिवासी खुद को वन अधिकारी और कर्मचारियों पर अनावश्यक परेशान करने का आरोप लगाते रहे हैं। पिछले सप्ताह वन विभाग के ट्रैप कैमरे में सांभर के पीछे भागते कुत्ते और पांच लोग दिखे।

सांभर की मौत के बाद उसका मांस ले जाते हुए खोंगला गांव के पांच आरोपी कैमरे में ट्रैप हुए थे। वन विभाग की टीम को कैमरे के जांच के दौरान यह बात दिखने पर वन विभाग के दल ने 5 आदिवासियों को गिरफ्तार किया था। बुधवार को ही गिरफ्तार किए गए रवि मानु बेलसरे, रतिराम राजाराम मावस्कर, सुरेश गुणा तांडिलकर, मनीराम दहीकर व पतिराम राजराम मावस्कर को जेल भेज दिया है। इसी मामले में शामिल शेष आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए वन विभाग की टीम ग्राम खोंंगला गई। इस बात की खबर गांववासियों को चलते ही सभी गांववासियों ने एकजुट होकर वन विभाग के दल पर हमला किया।

बावरिया गिरोह के सक्रिय होने से बढ़ायी गई थी गश्त : करीब एक माह पहले महाराष्ट्र के वन परिक्षेत्र मेंं बावरिया गिरोह के सक्रिय होने का अलर्ट मिलने पर मेलघाट वन परिक्षेत्र मेंं वन विभाग ने गश्त बढ़ाया है। अलर्ट के तहत व्याघ्र प्रकल्प में लगे ट्रैप कैमरे भी नियमित रूप से चेक किए जा रहे थे। एक सप्ताह पहले टाइगर प्रोजेक्ट के कोर एरिया में लगे ट्रैप कैमरे चेक किए तो उसमें कुछ लोग सांबर का शिकार कर उसका मांस गांव में ले जाते दिखाई दिए। वन विभाग ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर किया था। गिरफ्तारी के बाद घटना में शामिल अन्य कुछ लोगोंं के नाम आरोपियोंं ने बताए। जिन्हें नोटिस देने गए दल पर शुक्रवार को आदिवासियोंं ने सामूहिक रूप से हमला कर दिया।

Created On :   12 Aug 2023 2:54 PM IST

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