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Beed News: बीड के नागझरी पहाड़ में लगी आग, सैकड़ों पेड़-पौधे सहित वन संपदा जलकर खाक
- वन विभाग ने मशक्कत बाद पाया काबू
- बढ़ते तापमान और मानवीय भूल के कारण लग रही आग
- बीड जिले में वन क्षेत्र में आग की घटनाओं में वृद्धि
Beed News बीड तहसील के नागझरी पहाड़ में 1 मई की दोपहर के समय अचानक आग लग गई। वनविभाग को जानकारी मिलते ही टीम मौके पर पहुंची। 6 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। आग में नागझरी पहाड़ के सैकड़ों पेड़-पौधे जलकर खाक हो गए।
जानकारी के अनुसार जिले में इस वर्ष भीषण गर्मी पड़ रही है तथा दिन का तापमान 43 डिग्री के पार तक पहुंच गया है। तापमान में वृद्धि के कारण धरती गर्म हो रही है। बढ़ते तापमान ने जमीन की नमी नष्ट कर दी है और घास को सुखा दिया है। पेड़ों की पत्तियां सूखकर गिर गई हैं, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ गया है।
इसके कारण वन विभाग क्षेत्र में आग की घटनाओं में वृद्धि हुई है। कुछ स्थानों पर मानवीय भूल के कारण बरसात के दिनों में अच्छा घास व चारा प्राप्त करने के लिए नागरिकों द्वारा चोरी-छिपे घास व भूसा जला दिया जाता है। जैसे-जैसे यह आग बढ़ती है और वन क्षेत्र तक पहुंचती है, वन संसाधन और वन्यजीव प्रभावित होते हैं। इससे वन विभाग को जंगल में आग लगने से भारी नुकसान होता है। वन विभाग आग की घटनाओं पर काबू पाने के लिए प्रयास करता नजर आ रहा है। वन विभाग द्वारा नागरिकों को जागरूक करने तथा आग की संभावना को रोकने के लिए चलाए जा रहे जागरूकता अभियान तथा अग्नि निरोधक उपाय बेअसर साबित होते नजर आ रहे हैं। इस आग में सैकड़ों पेड़ जलकर राख हो रहे हैं। सैकड़ों पक्षी और वन्यजीवों की मृत्यु हो रही है।
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सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. गणेश ढवले लिबांगणेशकर ने मांग की है कि वन विभाग इन मामलों पर गंभीरता से ध्यान दे और पहाड़ों की ओर जाने वाले वन मार्गों को बंद करे। बीड तहसील के बीड वन क्षेत्र के नागझरी पहाड़ में 1 मई को गुरुवार दोपहर एक बजे आग लग गई। भीषण गर्मी में पहाड़ में आग लगने से आग ने भीषण रूप धारण कर लिया। पहाड़ों में लगी आग को बुझाने के लिए वन विभाग के हनुमंत वैभट, दशरथ गुजर, विलास नवले, शंकर शिंदे, मधुकर नैराले, बबन पवने, गौतम वीर, चंद्रकांत बागे, महेश मेटे, शेख अकबर, परमेश्वर पवने, परमेश्वर नाइक, सहदेव चव्हाण, बलिराम चव्हाण, संदीप पवार, मधुकर वैभट, लक्ष्मण जाधव आदि शामिल थे। 15 से अधिक वन विभाग कर्मियों के अथक प्रयासों के बावजूद आग पर काबू पाने में 6 घंटे लग गए। इस आग में सैकड़ों एकड़ पेड़ और झाड़ियाँ जल गईं।
वन विभाग आग की घटनाओं को रोकने में विफल: डॉ. गणेश ढवले : चूंकि पर्वत श्रृंखलाओं में आग लगने की घटनाएं हो रही हैं, इसलिए वन विभाग इन आग को वन क्षेत्र तक पहुंचने से रोकने के लिए कदम उठा रहा है। वन क्षेत्र में आग को फैलने से रोकने के लिए अग्नि रेखाएँ बिछाई गई हैं। घास काटी जा रही है।आग पर काबू पाने में मदद के लिए कर्मचारियों को ब्लोअर मशीनें भी उपलब्ध कराई गई हैं। वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस मशीन की मदद से आग पर काबू पाने के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। हालांकि, डॉ. गणेश ढवले ने कहा कि बीड जिले में आग की घटनाओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है और वन विभाग के प्रयास व्यर्थ होते दिख रहे हैं।
Created On :   2 May 2025 4:33 PM IST