Bhandara News: भंडारा के कृषि उपज मंडी में घंटों कीचड़ में खड़े रहकर प्रतीक्षा करते रहे किसान

भंडारा के कृषि उपज मंडी में घंटों कीचड़ में खड़े रहकर प्रतीक्षा करते रहे किसान
  • बारिश हो या ग्रीष्मकाल, हर मौसम में किसानों के हाल-बेहाल
  • बैल बाजार में मवेशियों के लिए भी नहीं पीने के पानी

‌Bhandara News भंडारा कृषि उपज मंडी के तहत भरने वाले बैल बाजार में सुविधाओं का अभाव होने के कारण अपने मवेशियों को बेचने के लिए आए किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एक मवेशी बिकने पर कृषि मंडी प्रशासन 2 प्रतिशत शुल्क वसूलता है, पर किसानों व पशुपालकों को सुविधा देने पर ध्यान नहीं देती। रविवार, 14 सितंबर को बाजार में आए किसानों को कीचड़ में बिना पानी एवं छत के घंटों खड़ा रहना पड़ा। बाहर से मवेशियों की खरीददारी करने आए व्यापारी खाली हाथ लौटे। साथ ही किसानों को अपने मवेशियों बेचे बिना ही निराशा के साथ घर जाना पड़ा। जिससे किसानों ने मंडी प्रशासन के खिलाफ रोष व्यक्त किया।भंडारा कृषि उपज मंडी जिले के स्थान की मंडी है, वर्षों से कारधा की ओर वैनगंगा नदी के पुराने पुल की तरफ जाने वाले मार्ग पर लगता है, लेकिन ु बारिश के दिनों में भिलेवाड़ा पहाड़ी परिसर में कृषि उपज मंडी की जगह पर बाजार स्थलांतरित किया जाता है।

अभी बारिश का मौसम शुरू है फिर भी यहां से पुराने बाजार के स्थान पर रविवार, 14 सितंबर को बाजार लगाया गया। हमेशा की तरह किसान मवेशियों को बेचने के लिए करीब 40-50 कि.मी.से आते हैं। लेकिन बाजार में कीचड़ ही कीचड़ होने के कारण वहां मवेशियों को साथ ही खरीददारों को खड़े रहना मुश्किल हुआ। बारिश आने पर किसानों को खडे रहने के लिए शेड भी नहीं है। मवेशियों को पानी पिलाने के लिए पर्याप्त जलकुंड नहीं है। गाय व बछडे को पानी नहीं मिल पाता। ऐसे में किसानों व पशुपालकों पर दूर दूर से लायी हुई मवेशियों को प्यासा रखने की नौबत आन पड़ी। एक तरफ मवेशियों को बेचने के लिए आए किसानों द्वारा 1 लाख की भैंस बिकने पर 2 हजार रूपए बाजार शुल्क लिया जाता है। रविवार को नवरात्री के दिनों दुध दही की मांग को देखते बाजार में बडे पैमाने पर किसान, पशुपालक खरीदी बिक्री के लिए आए थे। खाली हाथ लौटने पर मजबूर हुए किसानों ने मंडी सभापति को अपने दुखडे सुनाए। किसानों ने आरोप लगाया कि उन्होंने जिम्मेदार बर्ताव नहीं किया। लाखों की आय अर्जीत करने वाले मंडी प्रशासन को किसान, पशुपालकों से कोई हमदर्दी नहीं होने का आरोप किसानों ने किया।

समस्याएं सुनाने शिष्टमंडल करता रहा इंतजार : रूपेश चुंबरे, बंडु वैद्य, हिमेश सेलोकर, पंकज भुरे, सुरज कारेमोरे, राहुल तिजारे, बुडु बंधाटे, महेश सेलोकर, किशोर ढुके, धनराज रेवतकर, राजेंद्र तिजारे, रवि निंबार्ते, रामेश्वर कांबले, शालिक डोकरीमारे, आनंद वालदे, सदाशिव कहालकर, रोशन हटवार, जितू गजभिए ऐसे कई पशुपालक, किसानों एवं व्यापारियों का शिष्टमंडल सभापति महोदय को समस्याएं सुनाने इंतजार करता रहा। लेकिन सभापति समस्या सुनने के लिए नहीं पहुचे।

जल्द ही निकालेंगे समस्याओं का समाधान : भिलेवाड़ा परिसर में नई मंडी का काम शुरू है। वहां पर ब्लास्ट करके अन्य काम करना था। इसलिए बाजार पुराने स्थान पर लाना पड़ा। बारिश रही तो वही भिलेवाड़ा परिसर में बाजार लगाया जाएगा। असुविधाओं का हल निकालने के लिए कृषि उपज मंडी प्रशासन प्रयासरत है। विवेक नखाते, सभापति कृषि उपज मंडी, भंडारा


Created On :   16 Sept 2025 3:52 PM IST

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