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Bhandara News: ढाई वर्ष से निधि के अभाव में अटका घनकचरा प्रबंधन प्रकल्प

- सवा तीन करोड़ में से केवल 1 करोड़ 12 लाख की निधि प्राप्त
- प्रतिदिन 30 टन कचरा संकलन की क्षमता कागजों पर सिमटी
Bhandara News शहर से प्रतिदिन जमा होने वाले कचरे पर प्रक्रिया करने के कुछ वर्षों पहले प्रकल्प की जरूरत महसुस होने लगी। जिसके तहत वर्ष 2020 -21 प्रस्ताव तैयार किया गया। वर्ष 2023 में भंडारा तहसील के जमनी गांव में कचरा प्रबंधन एवं प्रक्रिया केंद्र के लिए 3 करोड़ 25 लाख रुपए की निधि को मंजूरी भी मिली। किंतु अब तक केवल 1 करोड़ 12 लाख रुपए निधि प्राप्त होने के कारण शहर के लिए वरदान साबित होने वाला कचरा प्रबंधन एवं प्रक्रिया केंद्र अधर में है। जिससे शहर में कचरे की समस्या जटिल होती जा रही है। प्रतिदिन 30 टन कचरा प्रबंधन की क्षमता केवल कागजों तक ही सीमित रह गई है। भंडारा की नगर परिषद ब श्रेणी की है।
हाल ही में घोषित हुए स्वच्छ सर्वेक्षण भंडारा शहर 53 वें स्थान पर पहुचा। जो की पिछले वर्षों की तुलना में पिछडा हुआ है। शहर में करीब सैकडों करोड़ रूपए की योजनाओं का काम शुरू है। किंतु वर्षों से बढ़ती जनसंख्या के कारण जटील होती जा रही कचरे की समस्या पर स्थायी समाधान प्रशासन अक्षम साबित हो रहा है। प्रतिदिन शहर से 30 टन कचरा उठाना अनिवार्य है। जिसके लिए वर्ष 2023 में जमनी दाभा क्षेत्र में कचरा प्रबंधन एवं प्रक्रिया केंद्र बनाने के लिए तीन करोड़ 25 लाख रूपए का प्रस्ताव सरकार को भेजा गया। जिसमें से केवल 1 करोड़ 12 लाख रुपए का निधि प्राप्त हुई है। बाकी निधि के अभाव में काम अधर में अटका है। जिससे आधा अधूरा बना जमनी दाभा का कचरा प्रबंधन एवं प्रक्रिया केंद्र केवल शोपीस बना है।
कचरा प्रबंधन के लिए अधूरी है प्रणाली : शहर में कचरा संकलन के लिए केवल 16 गाड़ियां हैं और 32 कर्मचारी कार्यरत हैं। कचरा संकलन का पुराना टेंडर खत्म हो चुका है। नए टेंडर के लिए निधि नहीं है। नए टेंडर में 22 घंटा गाड़ियां एवं 44 कर्मचारियों का प्रावधान है, किंतु अधूरी प्रणाली के चलते कभी-कभी शहर के बाहर कारधा रोड पर कचरा डाला जाता है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
प्रकल्प पूरा होने पर प्रक्रिया के लिए होंगे अलग यूनिट : इस कचरा प्रबंधन केंद्र में कंपोस्टिंग, सेग्रीगेशन एवं कटर मशीन के माध्यम से कचरा अलग किया जाएगा। सूखा कचरा, रॉ बिल्डिंग मटेरियल, मेडिकल वेस्ट ऐसे विभिन्न तरह के कचरे के लिए अलग - अलग प्रक्रिया यूनिट होंगे। इस यूनिट के पूरे होने के पश्चात शहर की कचरा प्रबंधन प्रणाली में सुधार होगा। जिसकी प्रतीक्षा शहर वासियों को लगी है।
Created On :   25 July 2025 4:03 PM IST