‌Bhandara News: मुख्यमंत्री विदर्भ के फिर भी यहीं हो रही सर्वाधिक किसान आत्महत्या

मुख्यमंत्री विदर्भ के फिर भी यहीं हो रही सर्वाधिक किसान आत्महत्या
  • पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कडू ने सरकार को लिया आड़े हाथ
  • विशेष नीति और कर्जमाफी को लेकर अड़े
  • 28 अक्टूबर को बड़ा जनआंदोलन करने का किया ऐलान

‌Bhandara News प्रहार जनशक्ति पक्ष के संस्थापक बच्चू कडू ने कहा, चुनाव के दौरान किसानों का सातबारा कोरा करने की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी थी। उस वादे को वह पूरा करें। विदर्भ के मुख्यमंत्री होकर इसी क्षेत्र में सर्वाधिक किसान आत्महत्या हो रही है। भंडारा-गोंदिया जिले से महज 100 किमी दूरी पर केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री के निवास है फिर भी धान उत्पादकों के लिए कोई विशेष नीति नहीं है। जाति धर्मों के झगड़ों में उलझाकर किसान, खेतिहार, श्रमिक, दिव्यांग, मछलीमार एवं प्रकल्पग्रस्तों की मूल समस्याओं से ध्यान भटकाने का काम सरकार कर रही है। जनता को सरकार लूट रही है। प्रहार जनशक्ति पार्टी के संस्थापक एवं पूर्व राज्यमंत्री बच्चू कडू ने सरकार पर निशाना साधा।

वह किसान, खेतिहार, श्रमिक, दिव्यांग, मछलीमार एवं प्रकल्पग्रस्तों को न्याय दिलाने के लिए निकाली गई न्याय अधिकार यात्रा के दौरान भंडारा जिले के दौरे पर गुरुवार, 4 सितंबर को आयोजित पत्र परिषद में बोल रहे थे। कडू ने कहा प्रतिदिन राज्य में करीब 15 से 20 किसान आत्महत्याएं होती हैं। सरकार के पास अदानी अंबानी के 12 लाख करोड़ रुपए कर्ज माफ करने के लिए पैसे है, पर किसानों के लिए नहीं है।

कडू ने कहा कि, अमेरिका की टैरिफ नीति के तहत 11 प्रतिशत कपास के भाव कम होंगे तब राज्य के कपास उत्पादक किसानों के कपास के भाव कम होंगे। ऐसे में सरकार की यह नीति कपास उत्पादक किसानों की हत्या करनेवाली नीति कहलाएगी। विदर्भ के किसानों में कपास, सोयाबीन, धान उत्पादक किसानों की संख्या ज्यादा है। धान उत्पादक किसानों को सरकार कम से कम 5 हजार रुपए प्रति क्विंटल गारंटी मूल्य प्रदान करें। किसानों के उत्पादों पर बनाए मुनाफे में सरकार किसानों की निवेशधारक बनाने की नीति तैयार करें।

कडू ने पूछा कि 'बटेंगे तो कटेंगे' का नारा देकर जीतनेवाली भाजपा सरकार के कार्यकाल में कर्जे के बोझ तले दबकर मरनेवाला किसान हिंदू नहीं होता क्या? आनेवाले दिनों किसानों के लिए विशेष नीति एवं कर्जमाफी के लिए ठोस कदम उठाने को लेकर 28 अक्टूबर को बड़ा जनआंदोलन होगा। कडू ने कहा कि, सत्ताधारियों को उनके वादे याद दिलाने के लिए यह न्याय अधिकार यात्रा निकाली है। किसानों को कर्जमाफी दिलाने के साथ ही उनके उत्पादों को गारंटी मूल्य प्रदान करने की प्रमुख मांग को लेकर पिछले 6 महीनों में अलग-अलग आंदोलन किए जा रहे है। पत्र परिषद में उनके साथ प्रहार जनशक्ति पार्टी के भंडारा गोंदिया संपर्क प्रमुख संजय देशमुख, रमेश कारेमोरे, प्रहार के जिलाध्यक्ष अंकुश वंजारी उपस्थित थे।

आंदोलन, विरोध प्रदर्शन करके भी कर्जमाफ नहीं कर रही सरकार : कडू ने कहा कि रायगढ़ के तलहटी में 3 दिवसीय अन्न त्याग आंदोलन, विधायकों के घरों के सामने मशाल जलाकर विरोध प्रदर्शन, मंत्री के घर के सामने रक्तदान करके आंदोलन, गुरुकुंज मोझरी में 7 दिवसीय अन्नत्याग आंदोलन, 150 किलोमीटर की पैदल यात्रा और किसान कर्ज माफी के लिए पूरे महाराष्ट्र में चक्काजाम विरोध प्रदर्शन किया गया था। इन सबके बावजूद सरकार कर्जमाफी को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठा रही है।


Created On :   5 Sept 2025 1:33 PM IST

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