Chandrapur News: चंद्रपुर जिले में बाघों का आतंक, 13 दिन में 9 लोगों की गई जान

चंद्रपुर जिले में बाघों का आतंक, 13 दिन में 9 लोगों की गई जान
  • मवेशी चरा रहे चाचा-भतीजा हुए शिकार, चाचा की मृत्यु
  • भतीजा हुआ गंभीर रूप से घायल

Chandrapur News चंद्रपुर जिले में अलग-जगह जगह 13 दिन में बाघ के हमलों में 9 लोगोंं की मौत हो गई। गुुरुवार को गांव के अन्य चरवाहों के साथ चाचा-भतीजा अपने मवेशियों को चराने के लिए गांव से सटे जंगल में गये थे। वहां दबिश देकर बैठे बाघ ने चाचा पर हमला कर दिया जिसमें करवन निवासी बंडू उराडे की मृत्यु हो गयी और उसे बचाने के प्रयास में उसका भतीजा किशोर उराडे घायल हो गया। यह घटना गुरुवार 22 मई की सुबह सुबह 9 बजे हुई।

गुरुवार को गांव के कुछ चरवाहे पास के जंगल में अपने मवेशियों को चराने ले गए थे। वहां पर चाचा बंडू परशुराम उराडे (55) पर बाघ का हमला होते देख मदद करने गए किशोर मधुकर उराडे (32) को भी बाघ ने घायल कर दिया। वहां पर उपस्थित अन्य लोगों के शोर मचाने पर बाघ वहां से भाग निकला। घटना की जानकारी मिलते ही नागरिकों ने किशोर उराडे को यहां के उप जिला अस्पताल में भेज दिया, उसकी हालत अभी स्थिर बताई गई है। वन विभाग के कर्मचारियों ने घटनास्थल पर दाखिल होकर शव का पंचनामा करने की कोशिश की, लेकिन गांव के नागरिकों ने जब तक वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारी नहीं आते तब तक शव न उठाने की बात कही। मूल पुलिस थाने के प्रभारी सहायक पुलिस निरीक्षक सुबोध वंजारी ने घटनास्थल पर पहुंच कर नागरिकों को समझाइश दी।

पश्चात शव को पोस्टमार्टम हेतु उप जिला अस्पताल भेजा गया। करवन ग्राम की सरपंच वंदना पेंदोर ने मृतक के परिवार को सहायता देने तथा बार-बार हो रहे बाघ के हमले पर चिंता जताते हुए जल्द से जल्द बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की है। ज्ञात रहे,पिछले दो हफ्ते में इसी परिसर की यह तीसरी घटना है। यदि इसका जल्द से जल्द बंदोबस्त नहीं किया गया तो ग्रामीणों के लिए अब गुजारा करना मुश्किल नजर आ रहा है। लगातार हो रहे बाघ के हमले की वजह से ग्रामीणों में दहशत फैल गयी है इसलिए बाघ के बंदोबस्त की मांग की है।

Created On :   23 May 2025 3:57 PM IST

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