नाराजगी: माना जनजातियों का चिमूर अपर जिला कार्यालय पर मोर्चा

माना जनजातियों का चिमूर अपर जिला कार्यालय पर मोर्चा
पूर्व मंत्री शिवाजी मोघे ने की अवमानना, मुकदमा चलाने की मांग

डिजिटल डेस्क, चिमूर (चंद्रपुर)।पूर्व मंत्री शिवाजी मोघे ने नागपुर के एक कार्यक्रम के दौरान द्वेष की भावना से माना जनजाति की अवमानाना की है। उनके बयान से जनजाति का अपमान होने से असंतोष बढ़ रहा है। इसलिए रविवार को चिमूर तहसील के हजारों आदिवासी माना जनजाति के लोगों ने चिमूर अपर जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चे के माध्यम से दस्तक देकर विरोध प्रदर्शन किया है। जनजातीय अनुसंधान संस्थान पुणे, जो कि महाराष्ट्र सरकार का एक स्वायत्त संगठन है, के पास माना जमाति के खिलाफ दस्तावेज है। ऐसे में इस बात की ओर इशारा किया जा रहा है कि हमारे ही राज्य में प्रशासन के अधिकारी माना जनजाति को लेकर साजिश रच रहे हैं। इसलिए अपर जिलाधिकारी किशोर घाडगे के माध्यम से राज्यपाल को भेजे गए निवेदन में मांग की है कि उनके स्तर पर उचित कार्रवाई की जाए और शिवाजी मोघे पर भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा चलाया जाए।

आदिवासी माना जमाति ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो लोकतांत्रिक तरीके से लड़ाई लड़ी जाएगी। मोर्चा का आयोजन चिमूर तहसील समस्त आदिवासी माना बंधु व आदिवासी विद्यार्थी संगठन ने किया। मोर्चा का सभा में रूपांतर हुआ। दौरान डॉ रमेशकुमार गजभे, अरविंद सांदेकर, प्रकाश वाकडे, परसराम नन्नावरे, डॉ. दिनकर चौधरी, वासुदेव श्रीरामे, राहुल दडमल, शंकर दडमल आिद ने संबोधित किया। संचालन निक्का श्रीरामे ने किया। प्रस्तावना शंकर नन्नावरे ने रखी। आभार संदीप धारणे ने माना। निवेदन की प्रतिलिपि राज्य के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, विरोधी पक्षनेता, आदिवासी विकास मंत्री महाराष्ट्र सरकार, पालकमंत्री, जिलाधिकारी चंद्रपुर को भेजी गई।

Created On :   9 Oct 2023 10:00 AM GMT

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