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Chhindwara News: पुल बहने को पांच साल गुजरे, पेंच नदी पर सांख में नया पुल बनाने में सरकार की सुस्ती

- पेंच नदी पर सांख में नया पुल बनाने में सरकार की सुस्ती
- वर्ष २०२० में बाढ़ के दौरान बहा था २०० मीटर लंबा हाईलेवल ब्रिज
- नया पुल बनाने प्रस्ताव भेजा गया लेकिन ५ साल गुजरने पर भी मंजूरी नहीं मिल पाई
Chhindwara News: पेंच नदी के सांख-हलालखुर्द को बहे पूरे पांच साल गुजर गए हैं। वर्ष 2020 में 29-30 अगस्त की रात को पेंच नदी पर बना 200 मीटर लंबा हाई लेवल ब्रिज बाढ़ में बह गया था। पुल बहने के बाद सरकार ने जांच जरूर कराई लेकिन अब तक न तो पुल बहने के दोषियों पर कार्रवाई हो पाई है और न ही नए पुल का निर्माण हो सका। बमुश्किल नए पुल के निर्माण के लिए नए एस्टीमेट के साथ प्रक्रिया आगे बढ़ी लेकिन करीब दो साल प्रदेश की वित्तीय व्यय समिति के अनुमोदन का मुंह ताकते रही। अप्रैल 2025 में प्रदेश की वित्तीय व्यय समिति ने करीब 21 करोड़ के एस्टीमेट को हरी झंडी दे दी तो अब प्रशासकीय स्वीकृति के लिए इंतजार करना पड़ रहा है।
बहने के ३ साल पहले ही बना था सांख-हलालखुर्द पुल
अगस्त २०२० में बहे पेंच नदी के हलालखुर्द-सांख पुल का निर्माण बहने के तीन साल पहले ही पीडब्ल्यूडी की सेतु निर्माण विंग ने किया था। 200 मीटर लंबा पुल ४.२७ करोड़ की लागत से वर्ष २०१६ में बनकर तैयार हुआ था। जबकि 3 जून 2017 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसका लोकार्पण किया था। लोकार्पण के बाद ही आवागमन चालू किया गया था।
पीयर व स्लैब समेत पूरा पुल बाढ़ में बह गया था
सांख-हलालखुर्द में पेंच नदी पर २०० मीटर लंबे हाईलेवल ब्रिज ७ पीयर और ८ स्लैब समेत बाढ़ में बह गया था। दोनों छोर पर एप्रोच और रिटर्निंग वाल भी बाढ़ के तेज बहाव में नहीं टिक पाई थी। पीडब्ल्यूडी ब्रिज विभाग के चीफ इंजीनियर सहित अन्य अधिकारियों ने मौके पर आकर जांच की थी। निर्माण के दौरान ईई और एसडीओ रहे अधिकारियों को नोटिस भी दिए गए, लेकिन कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी।
रपटे पर मिट्टी डालकर चला रहे थे काम, बारिश में वह भी बंद
पुल बहने के बाद पुराने खस्ताहाल रपटे पर मिट्टी डालकर जैसे तैसे आवागमन कराया जा रहा था। छोटे व दुपहिया वाहन ही गुजर पा रहे थे। बारिश शुरू होते ही हर बार की तरह रपटे पर से इस बार भी आवागमन बंद हो गया। करीब २५ गांवों का चौरई से सीधा संपर्क टूटा हुआ है। उन्हें लंबी दूरी कर ब्लॉक मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है।
सरकार अनदेखी कर रही
पुल ढहने के बाद से लगातार नए पुल के निर्माण के लिए प्रयास कर रहा हूं। विभाग के ईइनसी, एसीएस, प्रभारी मंत्री व्यक्तिगत तौर पर मुलाकात कर मांग रखी। विधानसभा में भी विषय उठाया, आश्वासन मिला लेकिन पुल का निर्माण अब तक शुरू नहीं हो पाया है। सरकार की अनदेखी से २५ गांवों के लोगों को ५ साल से परेशानी उठानी पड़ रही है।
- सुजीत सिंह चौधरी, विधायक, चौरई
मुख्यमंत्री को अवगत कराया है
सांख-हलालखुर्द पुल के संबंध में पूर्व जिले के प्रभारी व पीडब्ल्यूडी मंत्री से चर्चा की थी। मुख्यमंत्री से मुलाकात कर पत्र के जरिए व फोटो ग्राफ्स भेंटकर पुल निर्माण का आग्रह किया था। बजट की मंजूरी मिल गई है। प्रशासकीय स्वीकृति शीघ्र हो जाए इसके लिए फिर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे।
- रमेश दुबे, पूर्व विधायक, चौरई
Created On :   17 Sept 2025 12:28 PM IST