Chhindwara News: मरीजों की सुरक्षा भगवान भराेसे, लिफ्ट ऑपरेटर गायब

मरीजों की सुरक्षा भगवान भराेसे, लिफ्ट ऑपरेटर गायब
  • बदहाली-चार लिफ्ट चालू हालत में है, किसी की बटन टूटी तो कहीं गंदगी का अम्बार
  • मेंटेनेंस के अभाव में अक्सर लिफ्ट चलते-चलते बंद हो जाती है।
  • लिफ्टमेन के न होने से लोग लापरवाही बरतते है। जिसका परिणाम यह है कि लिफ्ट की बटने उखड़ गई है।

Chhindwara News: शहर के लालबाग क्षेत्र स्थित वी-2 मॉल में लिफ्ट टूटने से बड़ा हादसा हुआ था। हादसे में छह महिलाओं के पैरों की हड्डी टूट गई थी। इस हादसे से जिला अस्पताल प्रबंधन ने कोई सबक नहीं लिया है। मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला अस्पताल में मरीजों के लिए लगाई गई लिफ्ट भगवान भरोसे चल रही है।

दरअसल लिफ्ट को ऑपरेट करने वाला स्टाफ अक्सर गायब रहता है, ऐसे में मरीज और उनके परिजन ठूंस-ठूंसकर लिफ्ट में सफर करते है। ऐसी स्थित में कभी भी बड़ा हादसा होने का डर बना हुआ है।

यूं तो प्रबंधन द्वारा सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली इमरजेंसी यूनिट के सामने लगी लिफ्ट में आठ-आठ घंटे के लिए तीन लिफ्टमेन की ड्यूटी लगाई है, लेकिन अक्सर स्टाफ लिफ्ट से गायब होता है। जबकि लिफ्टमेन को हर वक्त लिफ्ट में रहना चाहिए और उसे ही लिफ्ट ऑपरेट करनी चाहिए। लेकिन अस्पताल में ऐसे नहीं हो रहा है।

पांच मंजिला इमारत में मरीजों की सुविधा के लिए चार लिफ्ट संचालित है इनमें से किसी में कर्मचारी नहीं होते। कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

लिफ्टमेन फोटो खींचकर हो जाते है गायब-

अक्सर देखने में आया है कि कर्मचारी ड्यूटी पर उपस्थिति बताने लिफ्ट के सामने खड़े होकर मोबाइल से अपनी फोटो खींचता है और गायब हो जाता है। कई बार तो यह भी देखा गया है कि लिफ्ट के भीतर स्टूल पर बैठकर कर्मचारी लिफ्ट ऑपरेट करने का दिखावा करता है और उसका साथी मोबाइल पर फोटो खींचता रहता है। इसके बाद लिफ्ट मरीजों के भरोसे छोड़कर कर्मचारी चला जाता है।

लिफ्ट की बटने उखड़ी, गंदगी का आलम-

लिफ्टमेन के न होने से लोग लापरवाही बरतते है। जिसका परिणाम यह है कि लिफ्ट की बटने उखड़ गई है। चारों कोनों में लोगों ने गुटखा पाउच थूककर गंदगी कर दी है। कई पाट्स भी गायब हो चुके है। लाखों रुपए खर्च कर लगाई गई इन लिफ्ट का बेहतर रखरखाव नहीं किया जाता।

कई बार फंस चुके है मरीज-

मेंटेनेंस के अभाव में अक्सर लिफ्ट चलते-चलते बंद हो जाती है। कई बार मरीज और उनके परिजन लिफ्ट में फंस चुके है। ऐसे स्थिति में लिफ्टमेन को मोबाइल पर कॉल कर बुलाना पड़ता है तब मरीजों को लिफ्ट से बाहर निकला जाता है।

क्या कहते हैं अधिकारी-

जिला अस्पताल बिल्डिंग में लगी सभी लिफ्ट के मेंटेनेंस का कार्य अहमदाबाद की कंपनी को ठेके पर दिया गया है। कंपनी स्टाफ समय-समय पर मेंटेनेंस करता है। वहीं दूसरी ओर यदि लिफ्टमेन अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे है तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

- डॉ.विपिन जैन, अधीक्षक, मेडिकल कॉलेज

Created On :   11 Aug 2025 1:53 PM IST

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