Chhindwara News: मिन्नतों के बाद भी मोक्षधाम नहीं, अस्थाई टीन शेड खड़ा कर किया अंतिम संस्कार

मिन्नतों के बाद भी मोक्षधाम नहीं, अस्थाई टीन शेड खड़ा कर किया अंतिम संस्कार

Chhindwara News: ग्राम पंचायत जमकुंडा में मोक्षधाम नहीं है। खासतौर पर बारिश के दौरान तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करने मजबूर होते हैं। इन परिस्थितियों से शासन व प्रशासन के नुमाइंदों को कई दफा अवगत कराया जा चुका है। ग्रामीण मिन्नतों के साथ विरोध प्रदर्शन कर गुस्सा भी जता चुके हैं। इतने के बाद भी उनके गांव में एक ऐसे मोक्षधाम की व्यवस्था नहीं हो पाई जिसमें वे अपनों का अंतिम संस्कार कर सकें। गुरुवार को यहां फिर सिस्टम को आइना दिखाने के साथ शर्मसार करने वाला नजारा सामने आया। एक शव के दहन से पूर्व ग्रामीणों ने टीन शेड डालकर अस्थाई मोक्षधाम बनाया, फिर शव का दहन हो सका।

बुधवार की रात को रामनाथ आम्रवंशी पिता झाड़ू उम्र 45 वर्ष निवासी ग्राम पंचायत जमकुंडा, वार्ड 9 ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने शव का पीएम करवाकर गुरुवार को परिजन को सौंपा। जिसका अंतिम संस्कार होना था, अंतिम संस्कार में बारिश बाधा बन रही थी, जिससे ग्रामीणों में फिर आक्रोश की स्थिति बनी। इस बार उपसरपंच सहित ग्रामीणों ने तिरपाल लगाने के बजाए पंचायत भवन के पीछे अस्थाई रूप से पहले टीन शेड डाला। उसके बाद मृतक रामनाथ के शव का शाम चार बजे अंतिम संस्कार हो पाया।

सीएम हेल्पलाइन में भी हुई थी शिकायत

वर्षों से मोक्षधाम निर्माण की मांग ग्रामीण कर रहे हैं। इसके बाद भी सुनवाई नहीं होने पर दर्जन भर ग्रामीणों ने मोक्षधाम के निर्माण के संबंध में सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई थी। पंचायत के दीपक कुमरे, विजय इवनाती, मनीराम ब्रह्मवंशी, वीरेन्द्र नागवंशी, राधेलाल खरे, मंगलसिंग नागवंशी, राधेलाल आमरे, शनिलाल ब्रह्मवंशी सहित ग्रामीणों ने अपने मोबाइल से हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन इसके बाद भी मोक्षधाम का निर्माण नहीं किया गया।

सांसद के पत्र का भी नहीं हुआ असर

जमकुंडा पंचायत में मोक्षधाम का निर्माण शीघ्र करवाए जाने के संबंध में सांसद और पूर्व कलेक्टर ने भी स्थानीय अधिकारियों को पत्र लिखा था। सांसद के पत्र लिखने को लगभग 6 माह से भी अधिक का समय बीत गया, लेकिन जमकुंडा में मोक्षधाम का निर्माण नहीं करवाया गया। यहां विकास का दंभ भरने वाले सारे इंजन और पहिए फेल नजर आ रहे हैं।

इनका कहना है...

शिकायत और विरोध प्रदर्शन के बाद भी जब अधिकारियों ने इस मामले में सुध नहीं ली, तब आखिरकार हम ग्रामीणों ने टीन शेड डालकर अस्थाई व्यवस्था बनाई है। जिससे अब पंचायत के मृतकों का शव दाह शेड के नीचे किया जा सकेगा।

- राकेश खरे, उपसरपंच जमकुंडा

ऐसे ६० स्थानों पर मोक्षधाम के निर्माण की जरूरत

जिले के कई हिस्सों में मोक्षधाम और इनमें शेड व चबूतरे नहीं है तो कहीं बनने के बाद जर्जर हो चुके हैं। जिला पंचायत की ओर से तैयार की गई वार्षिक कार्ययोजना में ऐसे ६० स्थानों को चिन्हित किया गया है जहां पर मोक्षधाम टीन शेड चबूतरे बनाया जाना है। मोक्षधाम की दरकार सिर्फ गांव में ही नहीं शहर के चंदनगांव में भी है। यहां कई साल पहले लगे चार टीन शेड टूट गए हैं और जर्जर होकर टूटकर गिर रहे हंै।

Created On :   31 Oct 2025 2:45 PM IST

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