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Chhindwara News: कब मिलेगी राहत, एक दर्जन इलाके हर साल बारिश में डूब रहे

- दो दशक से नहीं खोज पाए समस्या का हल
- इनमें ऐसे भी रिहायशी क्षेत्र शामिल जहां बारिश आते ही बढ़ जाती है समस्या
- अतिक्रमण और नालों पर कब्जे के चलते बिगड़ी स्थिति
Chhindwara News: शहर में एक दर्जन से ज्यादा इलाके ऐसे हैं, जहां हर साल बारिश होने पर सड़कों और गलियों में पानी भर जाता है। ये समस्या केवल निचली बस्तियों की नहीं, बल्कि शहर के कई रिहायशी इलाकों की है। दो दशक से समस्या बनी हुई है, लेकिन निगम अफसर आज तक इस समस्या का हल नहीं निकाल पाए हैं, लेकिन अब दिन ब दिन स्थिति और बिगड़ रही है। क्योंकि शहर में तेजी से बसाहटें बढ़ रही हैं।
जो गांव निगम क्षेत्र में शामिल हुए थे, वहां वैध-अवैध कॉलोनियों का भी निर्माण पिछले एक दशक में दोगुनी गति से हुआ है, लेकिन मापदंडों के मुताबिक सड़क मार्ग और ड्रेनेज सिस्टम दुरुस्त नहीं किए जाने के कारण यहां भी बारिश में रहना मुश्किल हो जाता है। रिहायशी क्षेत्र में नालों की सफाई नहीं होने के कारण हालात ये होते हैं कि नालियों से निकलने वाला पानी बारिश में घरों में समाता है।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस साल भी बारिश 110 प्रतिशत तक होनी है। जो उम्मीद से कहीं ज्यादा है। ऐसे में इन चिन्हित इलाकों में रहने वाले लोगों को इस साल भी भारी परेशानी से जूझना होगा। व्यवस्था के नाम पर निगम द्वारा इन इलाकों में अब तक सिर्फ नालों की सफाई ही करवाई गई है।
जरा सी बारिश में ही जलमग्न हो जाते हैं ये इलाके
शहर के ऐसे स्थान हैं जो जरा सी बारिश में ही जलमग्र हो जाते हैं। इनमें चूना भट्टा, छोटा तालाब, बड़ा तालाब, गांधीगंज, नरसिंहपुर रोड, गुलाबरा शक्ति नगर, चार फाटक रेलवे क्रॉसिंग, शिव नगर मते कॉलोनी के पास, बैल बाजार, पुराना नरसिंहपुर नाका, मालधक्का, मिश्रा कॉलोनी वार्ड क्रमांक 25, श्रीवास्तव कॉलोनी जैसे रिहायशी क्षेत्र शामिल हैं।
कारण क्या
अवैध कब्जा: सरकारी नालों पर अवैध कब्जा हो गया है। रिहायशी क्षेत्र इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित है। इन्हें हटाने का कभी कोई प्रयास नहीं किया गया। कई स्थानों पर नाला सिकुड़कर नाली बन गया है।
ड्रेनेज सिस्टम पर ध्यान नहीं: तेज बारिश के हिसाब से शहर के ड्रेनेज सिस्टम तैयार नहीं किए गए हैं। जरा सी बारिश में ही शहर का अधिकांश हिस्सा जलमग्न हो जाता है।
सालों पुरानी नालियां: शहर के घनी आबादी वाले क्षेत्रों की नालियां सालों पुरानी हैं, जबकि क्षेत्र का दायरा बढ़ गया है। इन नालियों के दोबारा निर्माण की तरफ निगम इन दस सालों में ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
इनका कहना है
बारिश पूर्व तैयारियों के तहत नगर निगम अमले को व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए गए हैं। तेज बारिश में 24 घंटे नगर निगम का अमला चिन्हित क्षेत्रों पर नजर रखेगा।
-विक्रम अहके, महापौर
Created On :   20 Jun 2025 1:15 PM IST