Chhindwara News: ये जमीन किसकी..प्रशासन के बोर्ड के बावजूद, ट्रस्ट ने लगाया अपना बोर्ड

ये जमीन किसकी..प्रशासन के बोर्ड के बावजूद, ट्रस्ट ने लगाया अपना बोर्ड
  • एक सप्ताह मेें निगम ने दो बार इस जमीन से हटाया अतिक्रमण
  • शहर के बीचोबीच मौजूद बेशकीमती जमीन फिर विवादों में
  • शासन के नियमों के मुताबिक इस जमीन का मद परिर्वतन नहीं किया जा सकता है

Chhindwara News: शहर के बीचोबीच स्थित बेशकीमती जमीन फिर विवादों में हैं। प्रशासन ने जिस जमीन को पार्किंग स्थल घोषित किया है। उस जमीन को निजी ट्रस्ट अपनी बता रहा है। हाल ही में ट्रस्ट द्वारा लगाए गए बोर्ड के बाद ये जमीन शहर के कॉलोनाइजरों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। दरअसल, प्रशासन ने भी पिछले एक सप्ताह के भीतर इस जमीन से दो बार अतिक्रमण हटाया है। इन सब कार्रवाई के बीच ही ट्रस्ट इसे अपनी जमीन बताने में लगा हुआ है।

कलेक्ट्रेट कार्यालय के सामने स्थित करोड़ों की जमीन सालों से विवादों में हैं। सरकारी मद में ये जमीन भले ही कब्रिस्तान मद के नाम पर दर्ज है, लेकिन समय-समय कोई न कोई विवाद इस जमीन को लेकर सामने आता रहता है।

कुछ सालों पहले ही प्रशासन ने उक्त जमीन पर बोर्ड लगाते हुए इसे पार्किंग स्थल के लिए चिन्हित किया था, लेकिन इसके बाद तेजी से यहां अतिक्रमणकारियों का कब्जा जारी रहा। हाल ही में नगर निगम द्वारा यहां से दो बार अतिक्रमण कार्रवाई की गई, ये कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई, लेकिन इंडियन चर्च ट्रस्ट ने यहां अपना बोर्ड लगा दिया है।

दो साल पहले भी विवादों में आई थी जमीन

तकरीबन दो साल पहले ये जमीन विवादों में आई थी। तब खबर थी कि शहर के नामचीन कॉलोनाइजर से जमीन का सौदा किया गया है। बताया जा रहा था कि विवादित जमीन से जुड़े दस्तावेज पूरे कर लिए गए हैं, लेकिन बाद में पूरी बात फर्जी निकली। तब खबर थी कि इस जमीन में लाखों का खेल भी हुआ था। लंबे अंतराल के बाद फिर इस जमीन का मामला विवादों में हैं।

सरकारी रिकॉर्ड में कब्रिस्तान मद की जमीन, नहीं हो सकता मद परिवर्तन

ये नजूल की जगह है। जो सरकारी रिकॉर्ड में कब्रिस्तान मद के नाम पर दर्ज है। शासन के नियमों के मुताबिक इस जमीन का मद परिर्वतन नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके बावजूद इस जमीन की खरीदी-बिक्री का विवाद हर साल-दो साल में सामने आता रहता है।

Created On :   18 Jun 2025 1:18 PM IST

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