मास्टर प्लान लागू, अब शहर के विकास को लगेंगे पंख

मास्टर प्लान लागू, अब शहर के विकास को लगेंगे पंख

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। बधाई हो...बारह सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार शहर का नया मास्टर प्लान शनिवार को लागू कर दिया गया है। राजपत्र में प्रकाशन के साथ ही अब शहर के विकास का दायरा भी बढ़ जाएगा। 5६ निवेश क्षेत्रों को जोड़े जाने से रिंग रोड के आसपास के गांवों में शहर जैसी सुविधा होगी। सबसे बड़ी बात ये हैं कि शहर में मौजूद ग्रीन लैंड की जमीन का बड़ा रकबा अब यलो लैंड में कंवर्ट हो गया है। जिससे नए और सस्ते हाऊसिंग प्रोजेक्ट शहर में आएंगे।

अमृत 2.0 के तहत बनाए गए 2035 तक के नए मास्टर प्लान में शहर के 58 किलोमीटर के दायरे में 55 नई सडक़ों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। ये सडक़ें शहर की मुख्य सडक़ों से जुड़ेगी। तकरीबन 200 एकड़ सरकारी जमीन को औद्योगिक क्षेत्र के लिए चिन्हित किया गया हैं। जिससे शहर में नई औद्योगिक इकाईयां आ सकेंगी। शहर की चारों दिशाओं में नए पिकअप पाइंट बनाएं जाएंगे, जिससे यात्री वाहनोंं को रोका जा सकेगा। 2035 को ध्यान में रखते हुए नए मास्टर प्लान का खाका तैयार किया गया है। जिसके अनुसार ही अब रिंगरोड के आसपास के क्षेत्रों में डेवलपमेंट भी हो सकेगा।

इन गांवों मेंं लगेंगे विकास को पंख, मास्टर प्लान में शामिल

उत्तर में: नए निवेश क्षेत्र उत्तर में मानेगांव, डुंगरिया, झंडा, खापामिटठेंखां, झिरलिंगा, चारगांव, लकड़ाई जम्होड़ी।

पूर्व में: सारना, अजनिया, सुरगी, कबाडिय़ा, सोनाखार, पखडिय़ा, अतरवाड़ा, माल्हनवाड़ा, कुकड़ाचिमन, अर्जुनवाड़ी।

दक्षिण में: मैनारी, जैतपुर, खुर्द, लिंगा, गाडरवाड़ा।

पश्चिम में: सालीमेटा, खुनाझिरकलां, खैरवाड़ा, थुनिया उदना, गुरैया, कुंडालीकलां, मोआदेई, मानेगांव।

ग्रीन लैंड की जमीन पर भी 24 कामों के लिए मिलेगी अनुमति

ग्रीन लैंड की जमीन में भी कार्य की अनुमति प्रदान की जा सकेगी। मास्टर प्लान लागू होने के बाद रिंग रोड के 200 मीटर दायरे में भी 24 प्रकार की अनुमति देने का प्रावधान है। इसमें सर्विस स्टेशन, मोटल, रिसॉर्ट, बस स्टैंड, ढाबा या रेस्टारेंट सहित मल्टीप्लेक्स और स्वास्थ्य केंद्रों के लिए भी अनुमति प्रदान की जा सकेंगी।

शहर को फायदा क्या

नए प्रोजेक्ट को स्वीकृति: मास्टर प्लान लागू होने के बाद शहर के रुके पड़े प्रोजेक्ट जैसे ट्रांसपोर्ट नगर, मटन मार्केट शिफ्टिंग, नए और सस्तें हाऊसिंग प्रोजेक्ट आएंगे। शहर का दायरा भी बढ़ेगा।

सीवरेज,पाथवे का निर्माण: अमृत 2.0 के तहत नया प्लान बनाया गया है। नए निवेश क्षेत्रों में सीवरेज, अमृत योजना, पाथवे, साइकिल ट्रेक जैसे काम होंगेे। इसके लिए अतिरिक्त फंड मिलेगा।

लैंड यूज बदलेगा, नक्शे पास हो सकेंगे: मास्टर प्लान लागू होने के बाद ग्रीन लैंड की जमीन चलो लैंड में कंवर्ट होगी। जिससे ग्रीन लैंड की जमीन के भी नक्शे पास होंगे। नक्शा निगम से पास होने के बाद मकान बनाने के लिए लोन भी मिल सकेगा।

इनका कहना है...

- शासन स्तर से शहर के मास्टर प्लान को लागू कर दिया गया है। शुक्रवार को मध्यप्रदेश राजपत्र में इसका प्रकाशन भी कर दिया गया है।

विनोद परस्ते

उपंसचालक, टीएंडसीपी

Created On :   28 May 2023 3:36 PM IST

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