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मानदेय को तरसी कार्यकर्ताएं, आंगनबाडिय़ों का किराया तक नहीं दे रही सरकार

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। शादियों के सीजन में आंगनबाडिय़ों में कार्य कर रही कार्यकर्ता और सहायिका मानदेय को तरस गई है। दो महीने से वेतन नहीं हो पाया। जिसके कारण कार्यकर्ताओं का घर चलाना मुश्किल पड़ रहा है। हालात ये हैं कि परियोजना अधिकारियों से शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं हो पा रही है। अधिकारी कार्यकर्ताओं की हड़ताल को इसकी वजह बता रहे हैं।
चंद रुपए के मानदेय पर महीने पर कार्य करने वाली कार्यकर्ताओं की इन दिनों हालत खराब है। सरकारी सर्वे से लेकर लाड़ली बहना का फार्म भरवाना हो या फिर दूसरे सरकारी काम, हर तरफ पहली ड्यूटी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की लगाई जा रही है, लेकिन जब बात वेतन देने की हो, तो कार्यकर्ताओं को दो-दो महीने का इंतजार करना पड़ रहा है। शादियों का मौसम है, ऐसे में कार्य कर रही कार्यकर्ता आर्थिक तंगी से जूझ रही है। मार्च और अप्रैल माह का मानदेय ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को प्रदान नहीं किया गया है। यही हाल किराऐ पर चल रही आंगनबाडिय़ों का भी है। जहां दो से तीन महीने तक का भुगतान नहीं हो पाया है। मकान मालिक किराए के लिए कार्यकर्ताओं पर दबाव बना रहे हैं। मकान खाली तक करवाने की धमकी दी जा रही है।
हड़ताल के चलते उलझा मानदेय
इधर, अधिकारियों की मानें तो हड़ताल के चलते आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का मानदेय उलझा हुआ है। पिछले दिनों मानदेय बढ़ाने और नियमित करने को लेकर तकरीबन एक महीने तक कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं की हड़ताल जारी थी। जिसकी वजह से पूरा कामकाज ठप हो गया था। इस हड़ताल अवधि का मानदेय कार्यकर्ताओं को दिया जाना है या नहीं ये तय नहीं हो पाया है। जिस वजह से सभी कार्यकर्ताओं का मानदेय अटका हुआ है।
कार्यकर्ताओं को 10, सहायिकाओं को मिलता है 5 हजार
शासन द्वारा मानदेय के रूप में कार्यकर्ताओं को 10 और सहायिकाओं को 5 हजारदिया जाता है। इतने कम मानदेय को लेकर ही कार्यकर्ताएं पिछले दिनों हड़ताल कर रही थी। इसका तो कोई हल निकला नहीं, उल्टा दो महीने से वेतन प्रदान नहीं किया गया है।
दिक्कतें क्या..
सबसे ज्यादा दिक्कतेंं किराए के भवनोंं को लेकर है। शहरी क्षेत्र में अधिकांश आंगनबाडिय़ों का संचालन किराए के मकान में किया जाता है। समय पर किराया नहीं दिए जाने पर मकान मालिक खाली करने की बात कहते हैं, जबकि आंगनबाड़ी भवनों का स्थान बदलने से कार्यकर्ताओं को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जबकि समय पर किराए की दिक्कतें हर चार महीने में सामने आती है।
इनका कहना है...
- इस मामले को जल्द ही दिखलाती हूं, यदि मानदेय नहीं मिला है तो जल्द ही इसे प्रदान किया जाएगा।
ज्योति ठाकुर,
प्रभारी अधिकारी, महिला बाल विकास
- शादियों का सीजन है ऐसे में समय पर मानदेय नहीं मिल पाने के कारण कार्यकर्ता और सहायिका दोनों ही परेशान हो रहे हैं।
संगीता नांदेकर
जिला संयोजक, कार्यकर्ता संघ
भीषण गर्मी में जलसंकट...पहले पाइपलाइन अब मेंटेनेंस के चलते आधे शहर को नहीं मिलेगा पानी
माचागोरा डेम से सप्लाई होने वाले क्षेत्रों में बढ़ेगी परेशानी,सोनाखार फीडर में सुधार के चलते प्रभावित होगी सप्लाई
भास्कर न्यूज छिंदवाड़ा
भीषण गर्मी में शहरवासियों को आज फिर जलसंकट से जूझना पड़ेगा। पहले पाइपलाइन में खराबी तो अब विद्युत मेंटेनेंस को वजह बताकर अधिकारी आज बड़े रिहायशी क्षेत्र में सप्लाई नहीं करने की बात कह रहे हैं। माचागोरा डेम से जिन क्षेत्रों मेंं सप्लाई की जाती है, उन क्षेत्रों में ही दिक्कतें सामने आएगी। इसका सीधा मतलब है कि निगम से जुड़े 24 वार्डों के रहवासियों को आज पानी नहीं मिल पाएगा।
गर्मी में शहर में पानी की खपत बढ़ जाती है। सोमवार को पाइप लाइन में खराबी आने के कारण शहर के बरारीपुरा, राजपाल चौक सहित आधा दर्जन क्षेत्रों मेंं पानी सप्लाई प्रभावित हुई थी। अब कहा जा रहा है कि बुधवार को शहर के सारसवाड़ा, खापाभाट, कुकड़ा जगत, सर्वोत्तम नगर, लहगड़ुआ, सोनाखार, बोहता कुसमेली, अजनिया, बोरिया, मधुवन कॉलोनी, खान कॉलोनी के साथ ही वार्ड क्रमांक 4,9,10,16,22,24,48 में पानी सप्लाई नहीं हो पाएगी। निगम अधिकारियों का कहना है कि दोपहर 12 से 4 बजे तक सोनाखार फीडर में मेंटेनेंस के कारण ये स्थिति बन रही है।
अफसर-सभापति का अलग-अलग तर्क
निगम अधिकारी: नगर निगम से आए प्रेस नोट के मुताबिक चार घंटे सोनाखार फीडर में मेंटेनेंस चलने वाला है। जिसके कारण इन चिन्हित क्षेत्रों की टंकिया नहीं भर पाएगी। टंकियों के नहीं भरने के कारण यहंा सप्लाई होना मुश्किल है।
जल सभापति: इस मामले में जलसभापति का कहना है कि जिन क्षेत्रों मेंं शाम की सप्लाई होती है, वहीं दिक्कत है। जिन क्षेत्रोंं में सुबह सप्लाई होती है। उन क्षेत्रों में दिक्कत नहीं आएगी क्योंकि यहां की टंकियों को भरा जा रहा है।
निगम की प्लॉनिंग क्या...
इस मामले में निगम की प्लॉनिंग है कि जिन क्षेत्रों में जलसप्लाई प्रभावित होगी। उन क्षेत्रों में टैंकरों को सुबह और शाम दोनों ही टाइम पर पहुंचाया जाएगा, ताकि लोगों को परेशानी न झेलना पड़े। सुबह से मॉनीटरिंग के लिए लिए इंजीनियर और निगम अमले की ड्यूटी लगाई जाएगी।
दो कर्मचारियों पर कार्रवाई
निगम आयुक्त राहुल सिंह द्वारा मंगलवार को शहर के अलग-अलग क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया। इस दौरान वॉटर सप्लाई में लापरवाही बरत रहे हैं। दो कर्मचारियों को नोटिस जारी किए गए हैं। गांधीगंज के शनिचरा बाजार स्थित पानी टंकी में लापरवाही सामने आने पर आयुक्त श्रीसिंह द्वारा ये कार्रवाई की गई।
इनका कहना है...
- प्रभावित क्षेत्रों में टैंकर बढ़ाए जाएंगे, कोशिश ये रहेगी कि देर रात तक भी सप्लाई कर सकें। जनता को पानी की दिक्कत नहीं होने देंगे।
राहुल सिंह
कमिश्नर, नगर निगम
- जिन क्षेत्रों में दोपहर बाद सप्लाई होती है। वहीं पर दिक्कत आएगी। सुबह जिन क्षेत्रों में पानी बंटता हैं। वहां की टंकिया भरी जा रही है।
प्रमोद शर्मा
जलसभापति, नगर निगम
Created On :   17 May 2023 3:12 PM IST












