आक्रोश: जमीन का मुआवजा मांगने के लिए महिलाओं ने गड्ढे में उतरकर दी जलसमाधि की चेतावनी

जमीन का मुआवजा मांगने के लिए महिलाओं ने गड्ढे में उतरकर दी जलसमाधि की चेतावनी
  • कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड कंपनी के खिलाफ
  • 57 दिन से चल रहा श्रृंखलाबद्ध अनशन
  • मांग पूरी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी

डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केपीसीएल) कंपनी की ओर से भद्रावती तहसील के ग्राम बरांज मोकासा व आसपास इलाकों में मनमानी तरीके से कोयले का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है। किंतु जिन प्रकल्पग्रस्तों की जमीन पर यह उत्खनन हो रहा है, उन्हें कंपनी प्रशासन की ओर से किसी प्रकार का मुआवजा नहीं मिला है। जिससे गांव का पुनर्वसन करने तथा प्रकल्प पीड़ितों को नौकरी देने सहित अन्य विविध मांगों को लेकर ग्राम बरांज मोकासा में गांव की 20 महिलाओं का 56 दिन से श्रृंखलाबद्ध अनशन जारी है।

इस बीच अनशनकारी महिलाओं ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाते हुए शुक्रवार तडके 4 बजे यहां खदान के पास बने 250 गहरे गड्‌ढे में उतरकर जलसमाधि लेने की चेतावनी दी और यहां गड्‌ढे के किनारे बैठकर आंदोलन कर रही हंै। इस बीच दोपहर करीब 12.30 बजे आंदोलनकारी रंजना रणदिवे, ज्योति पाटील, मनीषा उसके, मीनाक्षी विखे, पूर्णिमा पेठकर, चंदा कुटसंगे, अस्मिता कातकर, पल्लवी द्याकर, आशा पुणेकर और आशा पुनवटकर इन महिलाओं ने वहीं दूसरे गहरे पानी से भरे गड्ढे में उतरकर अपना आक्रोश जताया। इसकी जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस ने यहां पहुंचकर आंदोलनकारी महिलाओं को समझाते हुए उनसे चर्चा कर उन्हें मौखिक आश्वासन दिया। जिसके बाद यहां आंदोलनकारी महिलाओं में से 10 महिलाओं ने अपना अनशन खत्म करने की घोषणा की, तो शेष महिलाओं ने जब तक लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक अनशन जारी रखने की भूमिका लेकर यही परिसर के गहरे गड्‌ढे के किनारे पर बैठकर आंदोलन कर रही हैं।

गौरतलब है कि कर्नाटक पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (केपीसीएल) कंपनीव जिला प्रशासन और श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल पर बैठी महिलाओं की जिलाधिकारी कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी। बैठकों के दौर के बावजूद समाधानकारक हल नहीं निकला है। आंदोलनकारियों में माधुरी वादी, माधुरी निकडे, पंचशील कांबले, पल्लवी कोर्डे, माया, सरस्वती मेश्राम, अनिता बेंदुर, माया कोई, मंजू कुरसंगे और रंजना शेलके, रंजना रणदिवे, ज्योति पाटील, मनीषा उसके, मीनाक्षी विखे, पूर्णिमा पेठकर, चंदा कुटसंगे, अस्मिता कातकर, पल्लवी द्याकर, आशा पुणेकर और आशा पुनवटकर आदि का समावेश है।

Created On :   10 Feb 2024 1:24 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story