आजादी के 76 साल बाद भी बिजली के लिए तरस रहा गडचिरोली जिले का दर्भा टोला गांव

आजादी के 76 साल बाद भी बिजली के लिए तरस रहा गडचिरोली जिले का दर्भा टोला गांव
  • आजादी के 76 साल बाद भी अंधेरा
  • राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में पहुंचा मामला
  • बिजली के लिए तरस रहा दर्भा टोला गांव

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सरकार ने अंतिम गांव तक बिजली पहुंचाने का भले ही दावा किया है, लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है। महाराष्ट्र के गडचिरोली जिले का दर्भा टोला एक ऐसा गांव है जहां आजादी के 76 साल बाद भी बिजली नहीं पहुंच पाई है। इस गांव के लोग आज भी बिजली और सड़क जैसी बुनियादी सुविधा के लिए तरस रहे है। शासन-प्रशासन द्वारा लगातार की जा रही अनदेखी के बाद ग्रामस्थों ने न्याय के लिए राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग का दरवाजा खटखटाया है।

दर्भा टोला यह गांव भामरागड़ (तहसील) से महज 12-15 किलोमीटर की दूरी पर है। ग्रामपंचायत धोडराज की सरपंच सोनाली पोटामी सहित 30 से अधिक ग्रामस्थों ने राष्ट्रीय जनजाति आयोग में गांव की समस्या को लेकर अर्जी लगाई है। इसमें लिखा है कि आजादी के 76 सालों बाद भी उनके गांव में न तो अब तक बिजली पहुंची है और ना ही आवाजाही के लिए ढंग का रास्ता बना है। इस समस्या को लेकर शासन-प्रशासन से लगातार दरख्वास्त की गई, लेकिन किसी ने अब तक इसकी सुध नहीं ली। यही नहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने भी इस समस्या को दूर करने की जहमत नहीं उठाई।

ग्रामस्थों ने शिकायत में कहा है कि गांव में बिजली नहीं पहुंचने के कारण आज भी अंधेरे में ही जीवनयापन करना पड़ रहा है। बिजली नहीं होने कारण गांव विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो चला है। उन्होंने सवाल उठाया है कि आजादी के बाद भी बिजली न पहुंचना और गांव के लोगों को आवाजाही के लिए एक ढंग की सड़क न होना क्या यह उनके मूलभूत अधिकारों का हनन नहीं है? हम अशिक्षित लोग है फिर भी अपने स्तर पर लगातार प्रशासन को लिख रहे। ऐसे में क्या शासन-प्रशासन ऐसा नहीं लगता कि इस गंभीर समस्या को गंभीरता से लेकर इसका निराकरण करना चाहिए। अर्जी में आयोग से शीघ्र समाधान की गुहार लगाते हुए कहा है कि गांव में बिजली पहुंचाकर हमारे जीवन और मार्ग को प्रकाशमान किया जाए। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल 2018 में मन की बात कार्यक्रम में दावा किया था कि सरकार ने देश के अंतिम गांव तक बिजली पहुंचा दी है।

Created On :   7 Jun 2023 3:15 PM GMT

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