खौफ: झुंड से बिछड़े हाथी ने खेत में काम कर रहे दो किसानों को पैरों तले कुचला

झुंड से बिछड़े हाथी ने खेत में काम कर रहे दो किसानों को पैरों तले कुचला
  • आलापल्ली वन विभाग की टीम ड्रोन कैमरे से रख रही नजर
  • प्राणहिता नदी को पार कर तेलंगाना में किया प्रवेश
  • नागरिकों में भारी दहशत

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । 2 वर्ष पूर्व ओड़िसा राज्य से गड़चिरोली जिले में दाखिल हुए जंगली हाथियों के झुंड से एक नर हाथी पांच दिन पूर्व भटककर चामोर्शी वनपरिक्षेत्र में दाखिल हुआ था। देखते ही देखते इस हाथी ने मूलचेरा तहसील के जंगल में प्रवेश कर नागुलवाही गांव से सटी प्राणहिता नदी को पार कर तेलंगाना राज्य में प्रवेश किया। इस बीच तेलंगाना राज्य के बुरेपल्ली गांव के खेत परिसर में मिर्च तोड़ रहे एक किसान को अपने पैरों तले रौंदने के बाद गुरुवार, 4 अप्रैल की प्रात: इसी गांव से सटे खेत में हाथी ने फिर एक किसान को कुचल दिया है। 24 घंटों में हाथी के हमले में 2 किसानों की मृत्यु होने से क्षेत्र के किसानों व ग्रामीणों में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। तेलंगाना का बुरेपल्ली गांव मूलचेरा तहसील के नागुलवाही घाट से महज 2 किमी की दूरी पर बसा हुआ है। इस कारण आलापल्ली वनविभाग की टीम अब ड्रोन कैमरे की मदद से हाथी पर नजर रखने का कार्य कर रही है।

हाथी के हमले में मृत किसानों में बुरेपल्ली निवासी अल्लुरी शंकर और कारू पोशन्ना शामिल हैं। इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार, हाथियों का मुख्य झुंड इन दिनों कुरखेड़ा तहसील के जंगल में विचरण कर रहा है। लेकिन इसी झुंड का एक हाथी पांच दिन पूर्व झुंड से बिछड़ गया था। अपने झुंड से भटककर इस हाथी ने पहले चामोर्शी तहसील के गांव परिसर में प्रवेश किया जिसके बाद मूलचेरा तहसील के नागुलवाही गांव से सटी प्राणहिता नदी को पार कर सीधे तेलंगाना राज्य में प्रवेश किया। बुधवार, 3 अप्रैल की शाम तेलंगाना राज्य के कुमरीम भीम जिले के चिंतला मानेपल्ली तहसील में आने वाले बुरेपल्ली गांव के खेत परिसर में प्रवेश करते हुए हाथी ने मिर्च तोड़ रहे अल्लुरी शंकर को कुचल दिया।

घटना उजागर होते ही तेलंगाना राज्य के वनविभाग ने पंचनामा किया। इस घटना के बाद गुरुवार, 4 अप्रैल की प्रात: बुरेपल्ली गांव से सटे खेतों में ही इसी हाथी ने अन्य किसान पर भी हमला बोल दिया। इस हमले में कारू पोशन्ना नामक किसान की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गयी। यह घटनास्थल मूलचेरा तहसील के नागुलवाही की प्राणहिता नदी घाट से महज 2 किमी की दूरी पर स्थित है। इस कारण यह हाथी एक बार फिर नदी मार्ग से गड़चिरोली जिले में प्रवेश कर सकता है। इसी संभावना को देखते हुए आलापल्ली वनविभाग की टीम के साथ मूलचेरा वन परिक्षेत्र कार्यालय की टीम ड्रोन कैमरे की मदद से हाथी पर नजर रखे हुए है। 24 घंटे में एक के बाद ऐसे 2 किसानों की मृत्यु होने के कारण तेलंगाना राज्य के बुरेपल्ली गांव परिसर में दहशतपूर्ण माहौल निर्माण हाे गया है।

Created On :   5 April 2024 12:03 PM GMT

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